राजधानी में निजी स्कूलों में शैक्षणिक सत्र 2022-23 में नर्सरी, केजी व पहली कक्षा में दाखिले के लिए बुधवार को दाखिले की रेस शुरु होने जा रही है। इसके लिए स्कूलों को मंगलवार तक अपने मानक व उनके अंक अपलोड करने थे। शिक्षा निदेशालय के सख्त निर्देश के बावजूद अब भी 500 से अधिक ऐसे स्कूल हैं, जिन्होंने अपने दाखिला मानक अपलोड करने में रुचि नहीं दिखाई है।
दिल्ली के 1729 स्कूलों में से मंगलवार शाम तक 1178 स्कूलों ने अपने मानक जारी कर दिए हैं। जबकि 551 ऐसे स्कूल हैं जिन्होंने अब तक अपने मानक व उनकेअंक अपलोड नहीं किए हैं। इसमें सबसे अधिक स्कूल 150 स्कूल उत्तर पूर्वी दिल्ली में हैं। उसकेबाद 86 स्कूल दक्षिण पश्चिमी बी जिले में हैं। उत्तर पश्चिमी बी जिले में 76 स्कूलों ने अपने मानक अपलोड नहीं किए हैं।
मानक अपलोड नहीं होने केकारण अभिभावकों को यह पता नहीं चल पाता कि दाखिले के लि स्कूल ने क्या क्राइटेरिया अपनाया है। जबकि अन्य स्कूलों की जानकारी एक ही जगह अपलोड होने केकारण अभिभावकों को आसानी हो रही है।
स्कूलों की मनमानी के खिलाफ शिक्षा निदेशक को पत्र
टैगोर इंटरनेशल स्कूल की ओर से परिवहन को मानक बना उसके अंक निर्धारित किए जाने के खिलाफ एडमिशन नर्सरी डॉट कॉम के प्रमुख सुमित वोहरा की ओर से शिक्षा निदेशक हिमांशु गुप्ता को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने निदेशक को लिखा है कि कैसे स्कूल मानक निर्धारित करने में मनमानी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्कूलों की मनमानी के खिलाफ शिक्षा निदेशालय कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। हर साल स्कूल शिक्षा निदेशालय केदिशा-निर्देशों का उल्लंघन करते हैं लेकिन बीते दो साल से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इस कारण से अभिभावकों का शिक्षा निदेशालय केप्रति विश्वास समाप्त हो रहा है।