रायबरेली। इन दिनों बेसिक शिक्षा विभाग में कुछ भी अच्छा नहीं चल रहा है। मध्यान्ह भोजन में लगातार खामियां मिल रही हैं। यहां तक कि गुणवत्ता में गड़बड़ी के कई मामलों में शिक्षकों पर कार्रवाई भी हो चुकी है। इसके बावजूद गुरुजी सुधरने को तैयार नहीं हैं। बुधवार को इंटरनेट मीडिया में एक वीडियो वायरल हुआ तो महकमे में खलबची मच गई। तहरी की पौष्टिकता की कौन कहे, दूध भी इतना कि बच्चों के गले तक नहीं पहुंच सके। वायरल वीडियो में बमुश्किल एक लीटर दूध 67 बच्चों को वितरित करते दिखाई दिखाया गया है।
मामला प्राथमिक विद्यालय खपुरा का है। बीजेमऊ खापुरा गांव के जीत बहादुर सिंह, कमलेश पांडेय, चंदन बाजपेई, बबलू सिंह, नीरज यादव, आकाश यादव, बलवंत सिंह, कृष्ण बहादुर सिंह आदि ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय में तैनात प्रधानाध्यापक विनीता वर्मा का मार्च 2020 में गैर जनपद स्थानांतरण हो गया। वर्तमान में सहायक अध्यापक त्रिभुवन को बीएलओ के कार्य में लगा दिया गया है। विद्यालय में कुल 81 बच्चे नामांकित हैं। शिक्षामित्र अर्जुनलाल के भरोसे विद्यालय संचालित है। प्राथमिक विद्यालय निधानखेड़ा के प्रधानाध्यापक सुरेंद्र कुमार के पास अतिरिक्त कार्यभार है। बुधवार को विभागीय मेन्यू के अनुसार बच्चों को मध्यान्ह भोजन में तहरी व दूध मिलना था। उक्त ग्रामीणों ने बताया कि पंजीकृत 81 बच्चों के सापेक्ष 67 ही मौजूद रहे। वीडियो में दिख रहा है कि रसोइया द्वारा बर्तन में लगभग एक लीटर दूध हर बच्चे को वितरित किया जा रहा है।
वहीं, रसोई में तहरी में एक किग्रा आलू, 500 ग्राम टमाटर, एक छोटा सा गोभी रखा था। ग्रामीणों ने नाराजगी जताई तो रसोइयों ने बताया कि विद्यालय से उन्हें जो दिया गया है, वही बच्चों को दिया जा रहा है। सभी ने जांच कराने की मांग की है। प्रभारी प्रधानाध्यापक ने बताया कि विद्यालय के शिक्षामित्र द्वारा ग्रामीणों को प्रेरित कर राजनीति की जा रही। खंड शिक्षाधिकारी मुकेश कुमार ने बताया कि मामला जानकारी में नहीं है। शिकायत पर जांच कराई जाएगी।