बस्ती। सदर ब्लॉक के परसा जागीर गांव में स्थित कंपोजिटव परिषदीय विद्यालय एक ऐसा विद्यालय है जो निजी स्कूलों को कड़ी टक्कर दे रहा है। इस विद्यालय में आडियो-वीडियो के माध्यम से पढ़ाई होती है। इसके अलावा खेल, संगीत भी बच्चों को सिखाया जाता है। विद्यालय को स्मार्ट क्लास बनाया गया है।
एक ओर जहां परिषदीय विद्यालयों में नामांकन कम होने को लेकर शिक्षकों की ओर से आधुनिक संसाधनों का रोना रोते है। वहीं, परसा जागीर गांव में स्थित कंपोजिटव विद्यालय क्षेत्र आधुनिक संसाधनों से लैस है। यहां प्रधानाध्यापक सहित शिक्षकों के सेवाभाव से विद्यालय को स्मार्ट बना दिया है। शिक्षकों के हमेशा अपग्रेड रहने से यहां अभिभावकों का निजी स्कूलों की अपेक्षा इस सरकारी विद्यालय में एडमिशन कराना चाहते है। विद्यालय में 510 बच्चों का नामांकन है। जबकि यहां मात्र सात शिक्षकों की तैनाती है। विद्यालय प्रबंध समिति के पहल पर शिक्षित लोग अपना कुछ समय बच्चों को देते है। प्रधानाध्यापक डॉ.शिव प्रसाद न ने बताया कि जब उन्होंने 2005-06 में कार्यभार ग्रहण की तब यहां महज 67 बच्चे थे। स्वयं शिक्षकों तथा विद्यालय प्रबंध समिति के आपसी सहयोग से छात्र संख्या प्रतिवर्ष बढ़ रही है। विद्यालय के सभी कमरों में टाईल्स लगा है। परिसर में पर्यावरण संरक्षण के लिए 125 प्रजाति के जैविक पौधे का रोपण किया गया है। सभी बच्चों को बैठने के लिए कुर्सी बेंच उपलब्ध है। बच्चों को पढ़ने के लिए पुस्तकालय भी बनाया गया है। यह सभी कार्य जन पहल जन सहयोग और शिक्षा सेवा भाव के कारण संभव हुआ है। अब विद्यालय में बच्चों के बैठने के लिए पर्याप्त जगह नहीं है। विद्यालय में प्रवेश बंद कर दिया गया था। इसको लेकर कुछ अभिभावकों ने शिकायत भी की थी, लेकिन शिक्षकों की तुलना में छात्रों की संख्या ज्यादा होने के कारण प्रवेश नहीं लिया जा रहा है। संसाधन मिले तो बच्चों को प्रवेश देकर उन्हें गुणवत्ता परक शिक्षा दी जाएगी।
परिषदीय विद्यालयों को स्मार्ट क्लास बनाया जा रहा है। कई विद्यालय में स्मार्ट क्लास स्थापित किया जा चुका है। अन्य विद्यालयों में भी इसको लेकर पहल जारी है। आगे और भी विद्यालयों को स्मार्ट क्लास बनाकर पढ़ाई बेहतर की जाएगी।जगदीश शुक्ला, बीएसए