कुशीनगर : बेसिक शिक्षा विभाग में अब शिक्षकों की लेटलतीफी नहीं चल पाएगी। जल्द ही सभी शिक्षकों को टैबलेट दिए जाएंगे। इसमें प्रेरणा पोर्टल से शिक्षकों की उपस्थिति दर्ज की जाएगी। खास बात यह है कि इसमें विद्यालय का यू-डायस कोड और शिक्षक की मानव संपदा आइडी दर्ज होगी। उपस्थिति दर्ज कराने के लिए शिक्षक को विद्यालय परिसर से ही सेल्फी अपलोड करनी होगी। अन्य किसी जगह से फोटो अपलोड नहीं होगी। इसमें विद्यालय का अक्षांश और देशांतर रेखा के अनुसार यू-डायस की फीडिग की गई है।
कोरोना संक्रमण को देखते हुए डिजिटल लर्निंग को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने शिक्षकों को टैबलेट देने का निर्णय लिया है। मिशन प्रेरणा की आनलाइन मानीटरिग के लिए एकेडमिक रिसोर्स पर्सन्स (एआरपी) को भी टैबलेट दिया जाएगा। शिक्षक द्वारा विद्यालयों में अध्यनरत छात्र-छात्राओं को आनलाइन पढ़ाई कराई जा रही है। अधिकतर छात्र-छात्राएं ग्रामीण क्षेत्र से हैं। यहां अभिभावक मजदूरी कर के बमुश्किल परिवार का पालन पोषण कर पा रहे हैं। कई शिक्षकों के पास भी एंड्राएड मोबाइल फोन नहीं हैं। जिनके पास हैं वह आनलाइन पढ़ाई में आनाकानी कर रहे हैं। शिक्षकों का कहना है कि विभागीय कई एप्स हैं। इसकी वजह से उनके मोबाइल फोन हैंग हो जाते हैं। टैबलेट मिलने पर डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा।
मिड-डे-मील में भी नहीं हो पाएगी फर्जी आंकड़ेबाजी
शिकायत थी कि कई विद्यालयों में मिड-डे-मील में फर्जी आंकड़ेबाजी कर छात्र संख्या अधिक भरकर कन्वर्जन कास्ट में गोलमाल कर लिया जाता है। टैबलेट मिलने के बाद इस पर अंकुश लगेगा। मध्याह्न भोजन के दौरान प्रधानाध्यापक को बच्चों की फोटो अपलोड करनी होगी। यह एप स्वयं बच्चों की गिनती कर उसे पोर्टल पर दर्ज कर देगा। इसी तरह प्रार्थना सभा में भी बच्चों की फोटो अपलोड करनी होगी, जिससे बच्चों की आनलाइन संख्या दर्ज हो सकेगी।
जिले में हैं यह
एसआरजी- 03
एआरपी- 65
स्कूल- 2450
प्रधानाध्यापक- 1450
बीएसए विमलेश कुमार ने कहा कि
शासन से टैबलेट मिलते ही शिक्षकों को वितरित कर दिए जाएंगे। उसे चलाने के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। टैबलेट मिलने से जहां शैक्षिक स्तर में वृद्धि होगी वहीं आनलाइन उपस्थिति दर्ज होने से शिक्षकों की लेटलतीफी पर भी अंकुश लगेगा। एआरपी भी प्रेरणा की आनलाइन मानीटरिग करेंगे।