लखनऊ। बलरामपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को लाने ले जाने के लिए जिले के अधिकारियों ने प्राथमिक शिक्षकों को बस कंडक्टर बना दिया। शिक्षकों को शिक्षा कार्य से विरत कर रैली में ड्यूटी लगाए जाने पर प्राथमिक शिक्षक संघ ने कड़ी नाराजगी जताई है। संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर दिनेश चंद्र शर्मा ने कहा है कि एक और शिक्षकों से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की अपेक्षा की जाती है दूसरी और उनकी ड्यूटी राजनीतिक और सरकारी कार्यक्रमों में लगाई जा रही है जहां उनसे बस कंडक्टर का काम लिया जा रहा है।
बलरामपुर की रैली में शिक्षकों की ड्यूटी लगाए जाने से प्रदेश के प्राथमिक शिक्षकों में खासी नाराजगी देखने को मिल रही है। प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिनेश शर्मा का बयान सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर सैकड़ों शिक्षकों ने सरकारी अधिकारियों के फैसले की कड़ी निंदा की है। डॉक्टर दिनेश शर्मा ने सोशल मीडिया पर अपना बयान जारी कर कहा है कि लगभग सभी रैलियों में शिक्षकों को व्यवस्था या भीड़ का हिस्सा बनाया जा रहा है। इस तरह सरकारी अधिकारी प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता सुधार रहे हैं। कुछ चतुर BSA मौखिक तो कुछ लिखित आदेश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के शिक्षक अपने लिए पदोन्नति माँग रहे तो सरकारी अधिकारी उनको बस कंडक्टर बना रहे हैं। उन्होंने सिस्टम पर तंज करते हुए कहा कि इस तरह से प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का लक्ष्य पूरा किया जाएगा और सरकारी अधिकारियों को अपने निरीक्षण में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा चाहिए।