बुलंदशहर। पहासू ब्लाक के जीराजपुर प्राथमिक विद्यालय की तीन शिक्षिका सोमवार को बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) कार्यालय में फरियाद लेकर पहुंचीं। उन्होंने कहा कि प्रधानाध्यापक उत्पीडऩ करते हैं। नियम विरुद्ध कार्य करने पर मजबूर करते हैं। आवाज उठाने पर डराते-धमकाते हैं। अब स्कूल आने-जाने में भी डर लगता है। इसी डर से दो शिक्षिकाएं अवकाश पर चली गई है। अब हम भी स्कूल नहीं आना चाहते।
शिकायत को गंभीरता से लेते हुए बीएसए ने प्रधानाध्यापक को फोन पर फटकार लगाई। विद्यालय में किसी भी शिक्षक-शिक्षिका को परेशान नहीं करने की हिदायत दी। मंगलवार को स्वयं विद्यालय पहुंचकर मामला का निस्तारण कराने का आश्वासन दिया।
प्रधानाध्यापक का हुआ था निलंबन
बच्चों से झाड़ू लगवाने का वीडियो वायरल होने पर पूर्व में प्रधानाध्यापक का निलंबन हो चुका है। आरोप लगाया गया कि जांच के नाम पर खानपूर्ति कर प्रधानाध्यापक को बहाल कर दिया गया। निलंबन कराने के लिए शिक्षिकाओं को जिम्मेदार ठहराकर उनका उत्पीडऩ किया जा रहा है।
इन्होंने कहा
फोन पर प्रधानाध्यापक को चेताया गया है। अब विद्यालय पहुंचकर जांच की जाएगी और नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
अखंड प्रताप सिंह, बीएसए
शिक्षिकाओं के आारोप गलत हैं। उक्त शिक्षिकाएं स्वयं स्कूल में अन्य शिक्षक, शिक्षामित्रों से विवाद करती हैं। नियमानुसार कार्य नहीं करती। विरोध करने पर झूठे मामले में फंसाने की चेतावनी देती हैैं।
राजेश कुमार, प्रधानाध्यापक