उत्तर प्रदेश के शामली और बागपत जिले में टीईटी के पेपर की फोटो कॉपी बेचने वाले प्राइमरी शिक्षक निर्दोष चौधरी की घेराबंदी के लिए एसटीएफ ने अलीगढ़, मथुरा और कासगंज में जाल फैलाया है। बुधवार को अलीगढ़ से एसटीएफ ने निर्दोष चौधरी के एक साथी को पकड़ लिया। वहीं शामली में बुधवार को आरोपी गौरव को कोर्ट पेश किया गया। इसके अलावा एसटीएफ की मुजफ्फरनगर पर भी पैनी नजर है। क्योंकि पेपर लीक मामले के तार मुजफ्फरनगर जिले से भी जुड़ गए हैं
बुधवार को एसटीएफ ने निर्दोष चौधरी के दोस्त को अलीगढ़ से पकड़ लिया। उसे साथ लेकर टीम दबिश देने में लगी हुई है। सीओ एसटीएफ बृजेश सिंह का कहना है कि टीईटी का पेपर लीक कराने वाले गैंग का नेटवर्क कई जिलों में फैला हुआ है। शामली से मनीष उर्फ मोनू, बड़ौत से राहुल तोमर, अलीगढ़ से गौरव को मेरठ एसटीएफ गिरफ्तार कर चुकी है। अब निर्दोष निशाने पर है, उसे नामजद भी कर लिया है।
टीईटी का पेपर बेचने वाले गौरव को किया कोर्ट में पेश
टीईटी पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने गिरफ्तार किए गए गौरव मालान को लेकर बुधवार को शामली पहुंची और कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। टप्पल क्षेत्र के गांव हजियापुर के रहने वाले गौरव मालान से ही शामली के युवकों ने पांच लाख रुपये में टीईटी का पेपर खरीदा था। एसटीएफ मेरठ की टीम ने रविवार को यूपी टीईटी के प्रश्नपत्र को लीक करने के आरोप में शामली क्षेत्र में तीन आरोपी मनीष उर्फ मोनू झाल, धर्मेंद्र बुटराड़ी और रवि पंवार निवासी नाला को गिरफ्तार किया था। जबकि गांव नाला निवासी अजय उर्फ बबलू फरार हो गया था।
शहर कोतवाली में एसटीएफ मेरठ के इंस्पेक्टर की तरफ से मुकदमा दर्ज कराया गया था। गिरफ्तार आरोपियों ने एसटीएफ को टप्पल क्षेत्र के गांव हजियापुर के रहने वाले गौरव मालान से प्रश्नपत्र मथुरा में पांच लाख में खरीदना बताया था। इस प्रकरण की जांच एसटीएफ कर रही है।
एसपी सुकीर्ति माधव ने बताया कि बुधवार को एसटीएफ गौरव को लेकर कोतवाली शामली पहुंची थी। उसके पास से बरामद फोटो स्टेट मशीन व अन्य सामान भी शामली कोतवाली पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। बाद में गौरव को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
मुजफ्फरनगर पर टिकी एसटीएफ की नजर
टीईटी पेपर लीक होने के मामले के तार मुजफ्फरनगर से भी जुड़ गए है। एसटीएफ के साथ ही जनपद पुलिस ने इस हाई प्रोफाइल मामले से जुड़े एक आरोपी की गोपनीय तरीके से तलाश शुरू की है।
28 नवंबर को प्रदेश में टीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) का पेपर था। शामली में एसटीएफ ने तीन युवकों को गिरफ्तार कर उनके पास से एक ओरिजनल, नौ फोटो स्टेट कॉपी और चार प्रवेश पत्र बरामद किए थे। एक आरोपी फरार हो गया था। तीनों गिरफ्तार लोगों को जेल भेजा गया था। इस मामले के तार अब मुजफ्फरनगर से जुड़ते दिखाई दे रहे हैं। क्योंकि एसटीएफ ने सोमवार रात बागपत के बड़ौत के गांव छछरपुर निवासी दुकानदार राहुल चौधरी को गिरफ्तार किया है। उसके दो साथी किरठल निवासी फिरोज पुत्र सुलेमान और मुजफ्फरनगर के गांव शाह डब्बर निवासी बबलू उर्फ बलराम पुत्र किरणपाल फरार हो गए थे। तीनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई है। यदि पुलिस की माने तो गिरफ्तार राहुल ने बताया है कि उसने पेपर बबलू उर्फ बलराम से खरीदा था। फरार बबलू, गिरफ्तार राहुल का फुफेरा भाई है।
बबलू चूंकि फरार है, इसी के चलते इस मामले के तार मुजफ्फरनगर से जुड़ते नजर आ रहे हैं। जिस कारण एसटीएफ की नजर मुजफ्फरनगर जनपद पर टिकी है। सूत्र बताते हैं कि एसटीएफ ने स्थानीय पुलिस की मदद से बबलू की तलाश गोपनीय तरीके से शुरू की है। सीओ बुढ़ाना विनय गौतम ने बताया कि पुलिस गोपनीय रूप से आरोपी की तलाश कर रही है।