प्रयागराज :यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट 2022 के लिए स्कूलों की जियो लोकेशन अपलोड करने में बड़ी लापरवाही सामने आई है। केंद्र निर्धारण नीति में सटीक जियो लोकेशन के लिए पहली बार राजकीय विद्यालयों के प्रधानाचार्यों की टीम गठित की व्यवस्था दी गई थी। लेकिन इसके बावजूद 46 जिलों के 7347 स्कूलों की लोकेशन में त्रुटि मिली है। अधिकांश स्कूलों में पिछले साल की जियो लोकेशन से तुलना करने पर 500 से 700 मीटर तक की दूरी का अंतर आ रहा है।बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को ऐसे स्कूलों की सूची भेजकर 15 दिसंबर तक जियो लोकेशन सही अपलोड कराने के निर्देश दिए हैं। संबंधित डीआईओएस को इस आशय का प्रमाणपत्र भी देना होगा। जियो लोकेशन की सर्वाधिक गड़बड़ी अलीगढ़ जिले में मिली है जहां के 406 स्कूल में दूरी संबंधी विसंगति है।
केंद्र निर्धारण में अहम भूमिका
बोर्ड परीक्षा के लिए केंद्र निर्धारण में जियो लोकेशन की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। बालिकाओं और बालकों का परीक्षा केंद्र क्रमश: अधिकतम पांच और 10 किमी दूर दिया जाता है। जियो लोकेशन से स्कूलों के बीच की दूरी का निर्धारण होता है।
स्मार्टफोन के इस्तेमाल में चूक से भी गलती संभव
पत्र में सचिव ने जियो लोकेशन अपलोड करने का तरीका भी बताया है। मोबाइल एप से जियो लोकेशन अपलोड करते समय किसी भी दशा में मोबाइल स्क्रीन के किसी भाग पर गलती से भी उंगली टच होती है तो लोकेशन प्वाइंटर खिसककी स्क्रीन पर टच वाले स्थान पर चला जाएगा जिससे स्कूल की जियो लोकेशन बदल जाएगी और वह त्रुटिपूर्ण अपलोड हो जाएगा।