प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामलों में बहुत तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। बीते 24 घंटे में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 193 नए मामलों की पुष्टि हुई है। वहीं, महज 72 घंटे में संक्रमण के मामले बढ़कर तकरीबन पांच गुने हो गए हैं। इतने केस जून के बाद अब मिले हैं।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि 193 नए संक्रमित मिलने के साथ पिछले 30 दिन में कुल सक्रिय मामलों की संख्या 89 से बढ़कर 645 पहुंच गई है। प्रदेश में बीते 24 घंटे में कुल 1,86,552 कोविड सैंपलों की जांच की गई। वहीं 21 लोग कोविड-19 के संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं। बता दें कि एक दिन पहले बुधवार को 118 संक्रमित मिले थे। इसी के साथ
कोविड प्रोटोकॉल का करें सख्ती से पालन: प्रसाद
प्रदेश में बीते एक दिन में टीके की 11 लाख 84 हजार 200 डोज लगाई गयी है। अब तक कुल 19 करोड़ 87 लाख 43 हजार 509 डोज दी जा चुकी हैं। प्रसाद ने कहा कि कोविड संक्रमण अभी पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है, इसलिए सभी लोग कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन करें।
15 से 18 साल वालों के लिए बनेंगे डेडीकेटेड टीका केंद्र
उत्तर प्रदेश में 15 से 18 साल वाले किशोरों के टीकाकरण के लिए डेडीकेटेड टीका केंद्र बनाए जाएंगे। किशोरों को तीन जनवरी से और 60 साल से अधिक उम्र वालों को 10 जनवरी से प्रिकॉशन डोज लगाए जाएंगे। करीब 20 लाख हेल्थ वर्करों, फ्रंटलाइन वर्करों और चुनाव ड्यूटी पर तैनात किए जाने वाले कर्मचारी भी इस सेवा का लाभ उठा सकेंगे। चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बुधवार को सभी डीएम और मुख्य चिकित्साधिकारियों को इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी कर दिए।
वर्ष 2007 या उससे पहले जन्म लेने वाले 15 से 18 साल के बच्चे कोविड टीकाकरण के लिए पात्र होंगे। 15 साल से अधिक उम्र वाले एक जनवरी से कोविन पोर्टल पर पंजीकरण करा सकेंगे। इन्हें टीका लगाने के लिए डेडीकेटेड वैक्सीन सेंटर चिह्नित करने को कहा गया है। इनके टीकाकरण के लिए लाइनें भी अलग लगवाई जाएंगी। प्रदेश में इस आयु वर्ग वालों की संख्या 01 करोड़ 40 लाख 14 हजार है।
देना होगा विभागीय प्रमाणपत्र
ऐसे सभी हेल्थ केयर और फ्रंट लाइन वर्कर जो वर्तमान में कोविन पोर्टल पर नागरिक की तरह पंजीकृत हैं और 60 वर्ष से कम आयु के हैं, उन्हें हेल्थ केयर वर्कर और फ्रंट लाइन वर्कर की तरह प्रिकॉशन डोज का लाभ लेने के लिए विभागीय रोजगार प्रमाणपत्र देना होगा। ऑन साइट मोड में यह सुविधा केवल सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर ही उपलब्ध होगी। प्रिकॉशन डोज लगाए जाने का विवरण कोविन पोर्टल से जनरेट होने वाले वैक्सीनेशन प्रमाणपत्र पर दर्ज होगा।