उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के तहत 10वीं और 12वीं की प्री-बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियां शुरू हो गई हैं। जनवरी के पहले सप्ताह से इन परीक्षाओं की शुरुआत होगी। बोर्ड ने सभी स्कूलों को अतिरिक्त कक्षाओं का आयोजन कर पाठ्यक्रम पूरा कराने के निर्देश दिए गए हैं। कोरोना के कारण स्कूली शिक्षा काफी प्रभावित रही है। अब अगले साल की शुरुआत में प्रदेश में विधानसभा चुनाव भी होने हैं। ऐसे में बोर्ड की प्री- बोर्ड की परीक्षाओं को चुनाव से पहले और मुख्य परीक्षाओं को विधानसभा चुनाव के बाद संपन्न कराया जाएगा।
UP Pre Board Exams 2022 : 70 फीसदी रहेगा सिलेबस
अधिकारियों ने बताया कि सभी विद्यालयों को इस परीक्षा के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। परीक्षाओं का कार्यक्रम जल्द ही जारी किया जा सकता है। प्री-बोर्ड की परीक्षाएं 70 फीसदी पाठ्यक्रम के आधार पर होनी हैं, इसलिए जल्द से जल्द इसे पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। परीक्षाओं के लिए केंद्रों की जियो टैगिंग के बाद भौतिक सत्यापन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
UP Board Exams 2022: चुनाव बाद होगी बोर्ड परीक्षा
यूपी बोर्ड के छात्रों को यह जानना बेहद जरूरी है कि के यूपी बोर्ड की 2022 की परीक्षाओं को लेकर भी स्थिति साफ हो चुकी है। उत्तर प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में ही विधानसभा चुनाव होने हैं। इस चुनाव को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से यूपी बोर्ड 2022 की की हाई स्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा चुनाव बाद ही आयोजित कराई जाएंगी। वहीं, हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की प्री-बोर्ड परीक्षा जनवरी के पहले सप्ताह में आयोजित कराई जाएगी।
UP Board Exams 2022: करीब 52 लाख छात्रों ने कराया पंजीकरण
यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के लिए इस बार करीब 52 लाख विद्यार्थियों ने अपना पंजीकरण कराया है। कोरोना महामारी के प्रकोप के कारण बीके दो सालों से बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन नहीं हो सका है। छात्रों को बिना परीक्षा के ही अगली कक्षाओं में प्रोमोट कर दिया गया था। इससे पहले साल 2018 और 2019 में बोर्ड परीक्षाएं फरवरी में आयोजित की गई थी। इस साल 2022 में चुनाव कार्यक्रम की वजह से कारण के आयोजन में देरी हो रही है।
असंतुष्ट छात्र भी फिर से देंगे परीक्षा!
खबरों के मुताबिक, इस सत्र में 10वीं-12वीं बोर्ड की परीक्षाओं के लिए करीब 28 हजार आवेदन अधिक आए हैं। यह आवेदन उन छात्रों के हो सकते हैं जो अपने 2021 के मूल्यांकन परिणामों से असंतुष्ट हैं। हालांकि, बोर्ड की ओर से अब तक इस संख्या की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
कोरोना गाइडलाइंस का होगा पालन
बोर्ड परीक्षा में करीब 28 लाख छात्र दसवीं कक्षा की परीक्षा के लिए भाग ले रहे हैं। वहीं करीब 24 लाख छात्र बारहवीं की परीक्षा में भाग ले रहे हैं। छात्रों की इस बड़ी संख्या को ध्यान में रखते हुए परीक्षाओं को सभी कोरोना गाइडलाइंस का पालन करते हुए आयोजित किया जाएगा। बोर्ड द्वारा इस बार परीक्षा केंद्रों की टैगिंग और मैपिंग की व्यवस्था की गई है। इसका कारण छात्रों को केंद्र खोजने की सुविधा देना, सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखना और नकल को रोकना है। बोर्ड द्वारा इन सभी गाइडलाइन का पालन न करने वाले केंद्रों को परीक्षा केंद्र के रूप में नहीं चुना जाएगा।