पेपर लीक के कारण रद्द की जा चुकी उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) 2021 का जल्द ही फिर से आयोजन किया जा सकता है। उत्तर प्रदेश सरकार ने अनिल भूषण चतुर्वेदी को बेसिक एजुकेशन बोर्ड (यूपीबीईबी) के परीक्षा नियामक प्राधिकारी के सचिव के रूप में नियुक्त किया है। इसके साथ ही अहिरवार को परीक्षा के विभाग का रजिस्ट्रार बनाया गया है।
जल्द हो सकती है मीटिंग
नियुक्त किए गए नए अधिकारी जल्द ही पूरे पारदर्शी तरीके से यूपीटीईटी 2021 की परीक्षा को आयोजित कराने के लिए मीटिंग कर सकते हैं। इसलिए, इस बात का अंदाजा लगाया जा रहा है कि जल्द ही परीक्षा की नई तारीखों का एलान किया जा सकता है। यूपीटीईटी की परीक्षा वाले दिन ही पेपर लीक होने के कारण राज्य सरकार ने इस परीक्षा को निरस्त कर दिया था। राज्य के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी इस पेपर लीक के मामले पर कड़ी कार्रवाई का आदेश देते हुए एक महीने के भीतर दोबारा परीक्षा आयोजित कराने का आश्वासन दिया था। परीक्षा विभाग भी आदेश का पालन करते हुए तैयारियों में जुटा हुआ है।
26 को परीक्षा होने की फैली थी अफवाह
सोशल मीडिया पर यूपीटीईटी की परीक्षा 26 दिसंबर को होने की अफवाह फैल गई थी। हालांकि, बेसिक शिक्षा विभाग की सचिव अनामिका सिंह ने बताया था कि मंगलवार तक विभागीय जांच पर निर्णय लेने के बाद नई तारीखों की घोषणा की जा जाएगी। इसके बाद से ही परीक्षा की नई तारीखों को लेकर लगातार कयास जारी है। ऐसी खबरे सामने आ रही है कि उम्मीदवारों को परीक्षा के लिए दोबारा कोई भी पंजीकरण नहीं कराना होगा। सरकार इस परीक्षा में शामिल होने वाले सभी उम्मीदवारों को यूपी रोडवेज की बसों में निशुल्क यात्रा की सुविधा भी प्रदान करेगी। हालांकि, अब तक परीक्षा की नई तारीखों का एलान नहीं किया गया है।
कार्रवाई का दौर जारी
यूपीटीईटी परीक्षा के पेपर लीक होने के बाद से ही कार्रवाई का दौर जारी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रासुका और गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। पेपर लीक की जांच एसटीएफ कर रही है। इस मामले में अब तक राज्य के विभिन्न जिलों से 30 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। परीक्षा में लापरवाही के आरोप में परीक्षा नियामक सचिव संजय कुमार उपाध्याय को गिरफ्तार कर लिया गया है। इससे पहले उन्हें उनके पद से निलंबित कर दिया गया था। इसके साथ ही परीक्षा के पेपर प्रिंट करने वाली प्रेस के मालिक को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
20 लाख उम्मीदवारों ने दी थी परीक्षा
यूपी टेट की परीक्षा में लगभग 20 लाख उम्मीदवारों ने भाग लिया था। छात्रों की इस बड़ी संख्या के लिए राज्य भर में सरकार द्वारा 2,736 परीक्षा केंद्रों का निर्धारण किया गया था। हालांकि, परीक्षा के दिन ही पेपर लीक हो जाने के कारण इसे निरस्त कर दिया गया था। यूपीटीईटी परीक्षा हर साल आयोजित की जाती है। इसके माध्यम से यूपी सरकार के स्कूलों में प्राथमिक (कक्षा 1-5) और उच्च प्राथमिक (कक्षा 6-8) कक्षाओं को पढ़ाने के लिए योग्य शिक्षकों का चयन किया जाता है