संभल। अवकाश पर चल रहे अध्यापकों को खंड विकास अधिकारी ने निरीक्षण में गैरहाजिर बताते हुए रिपोर्ट बेसिक शिक्षा अधिकारी को भेज दी और बेसिक शिक्षा अधिकारी ने भी कार्रवाई कर दी। विद्यालय में तैनात तीन शिक्षा मित्र और पांच अध्यापकों का वेतन रोक दिया गया है।
15 नवंबर को असमोली खंड विकास अधिकारी शिव प्रताप ने सेवड़ा जसरथ नगला कंपोजिट विद्यालय का निरीक्षण किया था। इसी निरीक्षण में सभी के गैरहाजिर मिलने और रजिस्टर न दिखाने का हवाला देते हुए रिपोर्ट भेजी गई थी। जिसके आधार पर सभी शिक्षकों का एक महीने का वेतन रोकने की कार्रवाई हुई है। इंचार्ज अध्यापक ने अपने पत्र में कहा है कि निरीक्षण के दौरान सहायक अध्यापक अमित कुमार मिले थे। उन्होंने बीडीओ को बताया था कि इंचार्ज अध्यापक दिनेश सिंह गौतम, सहायक अध्यापक कामेश्वर प्रसाद, फूल सिंह, शिक्षा मित्र सुरेंद्र पाल अवकाश पर हैं।
सहायक अध्यापक अंकुर त्यागी विद्यालय के कार्य से गांव में गए हुए हैं। इंचार्ज अध्यापक का कहना है कि निरीक्षण के समय शिक्षा मित्र मंजू और विनोद कुमारी देरी से विद्यालय पहुंची थीं। इंचार्ज अध्यापक का कहना है कि अवकाश पर होने की जानकारी के बाद गैरहाजिर होने की रिपोर्ट बनाई गई और वेतन रुकने की जानकारी आठ दिसंबर को दी गई। जबकि जो पत्र आठ दिसंबर को व्हाट्सएप पर भेजा गया है वह दो दिसंबर की तिथि का जारी किया हुआ है। इंचार्ज अध्यापक ने वेतन बहाल करने का आग्रह किया है।
मैंने स्कूल का निरीक्षण किया था। एक अध्यापक मिले थे उन्होंने कोई जानकारी दी नहीं। निरीक्षण की रिपोर्ट बनाकर बीएसए को भेज दी थी। अब कौन अवकाश पर था कौन गैरहाजिर था। इसका जवाब बेसिक शिक्षा अधिकारी को दें।
-शिव प्रताप, खंड विकास अधिकारी, असमोली
अगर कोई अध्यापक अवकाश पर था तो वह अपना स्पष्टीकरण बेसिक शिक्षा अधिकारी को दे सकता है। उसके बाद वेतन बहाल हो जाएगा। यह निरीक्षण बीडीओ ने किया था और रिपोर्ट बेसिक शिक्षा अधिकारी को भेजी गई थी।