गौरीगंज (अमेठी)। शारदा कार्यक्रम के तहत संचालित तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम जिम्मेदारों की उपेक्षा का शिकार हो रहा है। गौरीगंज बीआरसी पर 29 नवंबर से एक दिसंबर तक बीईओ के नेतृत्व में संचालित प्रशिक्षण से मास्टर ट्रेनर व शिक्षक अनुपस्थित रहे। जिला समन्वयक प्रशिक्षण के निरीक्षण में किसी के भी उपस्थित न होने की रिपोर्ट मिलने के बाद बीएसए ने बीईओ के साथ मास्टर ट्रेनर व शिक्षकों का वेतन रोकते हुए जवाब-तलब किया है।
आउट ऑफ स्कूल बच्चों को शिक्षित करने के लिए शासन के निर्देश पर शारदा कार्यक्रम संचालित किया जाता है। अभियान सफल हो सके इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग बीआरसी पर शिक्षकों को प्रशिक्षित करने में जुटा है। जारी रोस्टर के अनुसार 29 दिसंबर से एक दिसंबर तक गौरीगंज बीआरसी पर बीईओ अर्जुन सिंह के नेतृत्व में मास्टर ट्रेनर अनुपम सिंह व जगमोहन की ड्यूटी लगाते हुए 40 शिक्षकों को बुलाया गया था
प्रशिक्षण कार्यक्रम की हकीकत देखने के लिए 30 नवंबर को दोपहर 2.30 बजे जिला समन्वयक प्रशिक्षण संजय मौर्या बीआरसी गौरीगंज पहुंचे तो कक्ष में कोई भी उपस्थित नहीं मिला। प्रशिक्षण कार्यक्रम में मास्टर ट्रेनर व शिक्षक के न मिलने पर जिला समन्वयक ने अपनी रिपोर्ट बीएसए को दी।
रिपोर्ट मिलने के बाद बीएसए डॉ. अरविंद कुमार पाठक ने बीईओ गौरीगंज, मास्टर ट्रेनर अनुपम सिंह व जगमोहन सिंह के साथ 40 शिक्षकों का वेतन रोकते हुए जवाब-तलब किया है। बीएसए ने जवाब से संतुष्ट न होने की दशा में कार्रवाई की चेतावनी दी है। बीएसए की कार्रवाई से बेसिक शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ