गोरखपुर। :मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि युवाओं के सर्वांगीण विकास के लिए नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की गई है। यह कोशिश युवाओं के माध्यम से नए भारत के निर्माण की है। इसकी धमक अभी से दिखने लगी है। कोरोना काल का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जब महामारी से पूरी दुनिया त्रस्त थी, तब सिर्फ पांच देश ही टीका की खोज कर पाए। गर्व की बात है कि इसमें भारत भी शामिल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल प्रबंधन से हमने दुनिया के सामने नजीर पेश की है।सीएम योगी शनिवार को एमपी इंटर कालेज परिसर में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के 89वें संस्थापक समारोह को बतौर अध्यक्ष संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि परिषद का स्थापना समारोह हमारे अनुशासन का पर्व है।
ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ द्वारा पूर्वी उत्तर प्रदेश में प्रज्वलित सेवा-साधना एवं तप की अखण्ड ज्योति निरंतर जलती रहेगी, इस संकल्प को दोहराने का अवसर है। ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ द्वारा शुरू किए गए सामाजिक समरसता और स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में सक्रियता का अपना दायित्व गोरक्षपीठ निभाती रहेगी। उन्होंने कहा कि परिषद की अनवरत यात्रा का अगला पड़ाव महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय की स्थापना है। हम भावी पीढ़ी को अनुशासन एवं शील का पाठ पढ़ाते रहेंगे और उन्हें भारतीय संस्कृति की ज्ञान गंगा में स्नान कराते रहेंगे।