प्रयागराज : एक जनवरी 2022 से केंद्रीय कर्मियों एवं पेंशनरों के महंगाई भत्ते में तीन प्रतिशत वृद्धि की संभावना है। नवंबर 2021 का औद्योगिक श्रमिकों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (कन्ज्यूमर प्राइस इंडेक्स) आधार वर्ष 2021 केआधार पर 362 अंक हुआ है।
यदि दिसंबर 2021 में भी सूचकांक में कोई वृद्धि या कमी नहीं होती और सूचकांक स्थिर रहता है तब भी महंगाई भत्ते के लिए 12 माह के सूचकांक का औसत 351.41 होगा।
एक जनवरी 2022 से केंद्रीय कर्मियों एवं पेंशनरों के महंगाई भत्ते में तीन प्रतिशत वृद्धि की संभावना है। नवंबर 2021 का औद्योगिक श्रमिकों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (कन्ज्यूमर प्राइस इंडेक्स) आधार वर्ष 2021 के आधार पर 362 अंक हुआ है। यदि दिसंबर 2021 में भी सूचकांक में कोई वृद्धि या कमी नहीं होती और सूचकांक स्थिर रहता है तब भी महंगाई भत्ते के लिए 12 माह के सूचकांक का औसत 351.41 होगा। इस पर कुल मिलाकर अब तक 34 प्रतिशत डीए देय होगा। चूंकि 31 प्रतिशत महंगाई भत्ता पहले ही मिल रहा है, इसलिए जनवरी 2022 से शुद्ध अतिरिक्त महंगाई भत्ता तीन प्रतिशत ही होगा। न इससे अधिक देय होगा और न ही कम। दशकों से डीए की सटीक गणना कर रहे एजी ब्रदरहुड के पूर्व अध्यक्ष हरिशंकर तिवारी का मानना है कि यदि दिसंबर 2021 के सूचकांक में आधार वर्ष 2001 के आधार पर 14 अंकों की कमी होती है तो महंगाई भत्ता दो प्रतिशत देय होगा। किंतु यदि 18 अंकों की वृद्धि होती है तो महंगाई भत्ता चार प्रतिशत देय होगा। किसी एक माह में सूचकांक में इतनी कमी या वृद्धि संभव नहीं है। अतः महंगाई भत्ता तीन प्रतिशत ही देय होगा। दिसंबर 2021 का सूचकांक जनवरी माह के अंतिम तिथि में ज्ञात होगा। उन्होंने बताया कि सातवें वेतन आयोग द्वारा निर्धारित मूल वेतन एवं मूल पेंशन पर महंगाई भत्ता देय होने पर लगभग 50 लाख केंद्रीय कर्मचारियों एवं लगभग 65 लाख केंद्रीय पेंशनर तथा उत्तर प्रदेश सहित विभिन्न राज्यों के कर्मचारी एवं पेंशनर लाभान्वित होंगे। इस महंगाई भत्ते का भुगतान आगामी अप्रैल या उसके बाद होगा।