संयुक्त एनएचएम कर्मचारी संघ ने मिशन निदेशक को लिखा पत्र
-बिना छुट्टी संविदा कर्मचारी आ सकते हैं मानसिक अवसाद की चपेट में
लखनऊ।
नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) कर्मचारियों ने प्रतिकर अवकाश की मांग की है। इस संबंध में संयुक्त एनएचएम कर्मचारी संघ ने मिशन निदेशक को पत्र लिखकर अवकाश की गुहार लगाई गई। कर्मचारियों का कहना है कि लगातार काम करने से मानसिक दबाव बढ़ रहा है।
संघ के महामंत्री योगेश उपाध्याय ने बताया कि कोविड-19 महामारी के दौरान टीकाकरण, जांच, सर्विलांस के काम में कर्मचारी जुटे हैं। दिन रात मेहनत कर रहे हैं। कर्मचारी बीते वर्ष से अधिकांश जनपदों मे साप्तहिक अवकाश तक नहीं मिल रहा है। कुछ विशेष को लाभ देने के लिए रोस्टर के अनुसार ड्यूटी भी नहीं लगाई जा रही है। संविदा कर्मचारियों के संग भेदभाव बरता जा रहा है। इससे एनएचएम संविदा कर्मचारियों में खासा गुस्सा है।
प्रदेश अध्यक्ष अनिल गुप्ता ने कहा कि छुट्टी के मसले में मिशन निदेशक हस्तक्षेप करें, ताकि कोविड में सभी की ड्यूटी लगाई जाए। संविदा कर्मचारियों को साप्ताहिक अवकाश प्रदान किया जाए। अवकाश के दिवस में कार्य लिये जाने की दशा मे प्रतिकर अवकाश दिए जाए। साप्ताहिक अवकाश न मिलने से कर्मचारियों की मनोदशा बिगड़ सकती है। कर्मचारी अवसाद की चपेट में आ सकते हैं। संघ की प्रदेश संयोजिका सुनैना अरोड़ा, प्रदेश प्रमुख उपाध्यक्ष अम्मार जाफरी, प्रदेश सचिव प्रवीण यादव, विजय वर्मा, सौरभ मिश्रा व प्रीति मिश्रा सम्मलित थे।