प्रयागराज : उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की भर्ती परीक्षाओं और परिणामों की जांच कर रही सीबीआइ टीम में एक बार फिर बदलाव हुआ है। अतुल ठाकुर को जांच की कमान मिलने से प्रतियोगियों में जांच तेज होने की उम्मीद जगी है। उनका मानना है कि विधानसभा चुनाव करीब है, उसे देखते हुए सीबीआइ जल्द बड़ी कार्रवाई कर सकती है। ऐसा होने पर कई चयनितों सहित आयोग के दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों के की मुश्किलें बढ़ेंगी।
लोक सेवा आयोग की वर्ष 2012 से 2016 तक की साढ़े पांच सौ से अधिक परीक्षाओं और परिणामों की जांच सीबीआइ कर रही है। इसमें पेपर लीक, गलत तरीके से नंबर बढ़ाने, अयोग्य अभ्यर्थियों के चयन की शिकायत हुई है। सीबीआइ दिसंबर 2017 से जांच कर रही है, लेकिन कुछ लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने के अलावा कोई कार्रवाई नहीं हुई। न किसी की गिरफ्तारी हुई, न किसी चयनित को पदमुक्त किया गया।
इसके चलते प्रतियोगियों में नाराजगी व्याप्त है। आयोग की भर्तियों में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन करके सीबीआइ जांच की पैरवी करने वाले प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के अध्यक्ष अवनीश पांडेय का मानना है कि समस्त प्रक्रिया अब तेज होगी। शायद इसी कारण सीबीआइ का नया जांच अधिकारी अतुल ठाकुर को बनाया गया है। जल्द सीबीआइ की टीम आयोग में दस्तक दे सकती है।