उत्तर प्रदेश में कोरोना के नए मामलों में तेजी देखने को मिल रही है। हालांकि संक्रमण की स्थिति अभी पूरी तरह नियंत्रण में है। थोड़ी सी भी लापरवाही प्रदेशवासियों के लिए भारी पड़ सकती है। बीते 24 घंटों में हुई 01 लाख 93 हजार 549 सैम्पल की जांच में कुल 383 नए संक्रमितों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में 31 लोग उपचारित होकर कोरोना मुक्त भी हुए।
आज प्रदेश में कुल एक्टिव कोविड केस की संख्या 1211 है, जबकि 16 लाख 87 हजार 859 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि संक्रमण तेज है लेकिन वायरस कमजोर है। अतः कोरोना प्रोटोकॉल का हर हाल में अनुपालन जरूरी है। लोगों को बचाव के संबंध में लगातार जागरूक किया जाए। उन्हें मास्क पहनने, टीकाकरण कराने और सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करने के लिए प्रेरित किया जाए। बचाव का यह सर्वोत्तम प्राथमिक उपाय है।
कोरोना के दृष्टिगत जेलों में निरुद्ध बंदियों की सुरक्षा के लिए संबंधियों से मुलाकात की व्यवस्था को स्थिति सामान्य होने तक स्थगित रखा जाए। बाराबंकी में कोविड पॉजिटिव पाए गए बंदी के स्वास्थ्य की सतत निगरानी की जाए। आवश्यकता होने पर तत्काल अस्पताल में इलाज की सुविधा मुहैया कराई जाए। ये निर्देश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीम-9 की बैठक में अफसरों को दिए।
प्रदेश में मौजूद शासकीय व निजी कोविड अस्पतालों की तैयारी की समीक्षा के साथ-साथ मॉक ड्रिल भी किया जाना चाहिए। 03-04 जनवरी को यह कार्य प्रदेश में एक साथ हो। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी/विशेषज्ञों की निगरानी में संसाधनों की परख की जाए। वेंटिलेटर, नीकू, पीकू की संख्या आवश्यकतानुसार और बढ़ाई जाए। अब तक 551 ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील हो चुके हैं। सभी क्रियाशील रखे जाएं।
‘हर जिले में आरटीपीसीर टेस्ट लैबोरेटरी एक्टिव’
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मार्च 2020 में जब प्रदेश में पहला कोविड केस आया था तब हमारे पास न टेस्टिंग फैसिलिटी थी न ही उपचार की। आज हर जिले में आरटीपीसीर टेस्ट लैबोरेटरी एक्टिव हैं। हर जिले में ऑक्सीजन प्लांट हैं और आइसोलेशन, आईसीयू बेड्स भी पर्याप्त संख्या में हैं। कोरोना के खिलाफ अब तक की लड़ाई में उत्तर प्रदेश के प्रयास को वैश्विक सराहना मिली है, आगे भी हम सभी के सहयोग से जीत हासिल करेंगे।
कोविड के खिलाफ वैक्सीन सुरक्षा कवच है। जिन लोगों ने अभी तक वैक्सीन नहीं लगवाया है, उन्हें जल्द से जल्द टीका लगवाने के लिए प्रेरित किया जाए। साथ ही, जिन लोगों को टीके की दूसरी डोज दी जानी है, उन्हें शीघ्र ही यह डोज लगायी जाए। टीका लगाने के लिए सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से भी आमजन से संपर्क किया जाए।
3 जनवरी से 15 से 18 वर्ष के किशोर बच्चों को कोविड टीकाकरण का सुरक्षा कवर प्रदान करने का महत्वपूर्ण कार्यक्रम प्रारंभ हो रहा है। इसी प्रकार, 10 जनवरी से सभी कोरोना वॉरियर्स, हेल्थकेयर व फ्रंटलाइन वर्कर्स तथा 60 वर्ष से ऊपर की आयु के को-मॉर्बीडिटी वाले नागरिकों को प्री-कॉशन डोज दी जाएगी। इसके दृष्टिगत वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। भारत सरकार से सतत संपर्क में रहें। कोविड टीकाकरण में उत्तर प्रदेश ने अब तक शानदार कार्य किया है। यह क्रम आगे भी जारी रहे, इसके लिए सभी जरूरी प्रबंध किए जाएं। किशोरों के टीकाकरण के लिए व्यापक जागरूकता अभियान चलाया जाए।