प्रयागराज : कोविड संक्रमण के खतरे के बीच इस बार के चुनावी समर में सोशल मीडिया का प्लेटफॉर्म बेहद अहम होने जा रहा है। ऐसे में राजनीतिक दलों की जोर-आजमाइश के बीच वर्चुअल चुनावी जंग का होना भी तय है। इसी को देखते हुए पुलिस महकमा अलर्ट हो गया है। जल्द ही सोशल मीडिया टीम का विस्तार किया जाएगा। इसकेसाथ ही साइबर सेल को भी पूरी तरह मुस्तैद कर दिया गया है। अफसरों का कहना है कि सोशल मीडिया की कड़ी निगरानी की जा रही है।
चुनाव के दौरान सोशल मीडिया पर निगाह रखना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है। अफसरों का कहना है कि चुनाव को लेकर सोशल मीडिया पर भी जुबानी जंग शुरू हो गई है। ऐसे में फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम पर होेने वाली गतिविधियों की कड़ी निगरानी बेहद जरूरी है।
थोड़ी सी चूक माहौल बिगाड़ने का काम भी कर सकती है। इसलिए सोशल मीडिया पर प्रत्येक पोस्ट, ट्वीट और मैसेज पर निगाह रखी जा रही है। सघन निगरानी के लिए सोशल मीडिया टीम का जल्द ही विस्तार किया जाएगा। इसमें पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ाई जाएगी। विशेष रूप से डिजिटल मीडिया के उपयोग में दक्ष पुलिसकर्मियों को इसमें तैनात किया जाएगा।
माहौल बिगाड़ने वालों पर नजर रखेगी साइबर सेल
चुनाव के दौरान आपत्तिजनक ट्वीट, पोस्ट या मैसेज के जरिए माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वालों पर साइबर सेल नजर रखेगी। अफसरों का कहना है कि टीम को अलर्ट कर दिया गया है और चुनाव के मद्दनेजर जल्द ही इस टीम का भी विस्तार किया जाएगा। साथ ही संसाधन भी बढ़ाए जाएंगे। फिलहाल मौजूदा टीम को निर्देशित किया गया है कि वह जनपद से संबंधित आपत्तिजनक पोस्ट या ट्वीट पर विशेष नजर रखें और इस संबंध में तुरंत ही अफसरों को सूचित करें।
डिफाल्टरों के अकाउंट रडार पर
पुलिस सूत्रों का कहना है कि चुनावी माहौल में पुलिस की सोशल मीडिया टीम के रडार पर डिफाल्टरों के अकाउंट सबसे ज्यादा हैं। यह वह लोग हैं जो पूर्व में सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में नामजद हो चुके हैं। अफसरों का कहना है कि ऐसे लोगों के फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम अकाउंट्स पर खास नजर रखी जा रही है।
इस बार के चुनाव में सोशल मीडिया बेहद अहम है, ऐेसे में पुलिस की नजर इस पर भी है। सोशल मीडिया और साइबर सेल की टीम को अलर्ट कर दिया गया है। इन टीमों को जल्द ही विस्तारित करने के साथ ही संसाधन भी मुहैया कराए जाएंगे। – सतीश चंद्र, एसपी क्राइम