प्रयागराज: आठ साल बाद शुरू हुई प्रधानाचार्य भर्ती-2013 का मुहूर्त शुभ नहीं दिख रहा है। कोर्ट के प्रश्न करने पर उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने 31 जनवरी तक साक्षात्कार पूरा कर लेने का हलफनामा देकर प्रक्रिया आगे बढ़ाई, लेकिन ऐसा कर पाना संभव नहीं रह गया है।
अगर वर्तमान प्रक्रिया बनी रही तो 27 जनवरी के पहले साक्षात्कार शुरू करने की संभावना नहीं है। यह स्थिति आफलाइन लिए गए आवेदन पत्रों को आनलाइन किए जाने के दौरान हुई गड़बड़ी से उत्पन्न हुई है। चयन बोर्ड ने वर्ष-2013 में जब विज्ञापन निकाला, तब 599 पद थे। बाद में कुछ संशोधन होने पर पदों की संख्या बढ़कर करीब 630 हो गई थी। इसके लिए करीब 25,000 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। चयन बोर्ड ने नए साल में भर्ती प्रक्रिया को शुरू किया और एजेंसी के माध्यम से आनलाइन कराए गए आवेदन पत्रों की जांच कर आठ जनवरी तक आवेदन पत्र लाक करने का मौका अभ्यर्थियों को दिया। चयन बोर्ड की योजना थी कि नौ जनवरी को इसे चेक करने के बाद अभ्यर्थियों को आनलाइन बुलावा पत्र जारी कर 20 जनवरी के आसपास साक्षात्कार शुरू करा लिया जाएगा, लेकिन आवेदन पत्रों में बड़ी त्रुटियां हो जाने से योजना विफल हो गई।
अब तक चयन बोर्ड तीन बार तिथि बढ़ाकर अब 16 जनवरी तक आवेदन पत्रों की त्रुटियां दूर करने का समय दिया है। आठ हजार से ज्यादा आवेदक त्रुटियां ठीक कर चुके हैं। ऐसे में अगर 16 तक सभी के आवेदन सत्यापित भी हो जाएं तो 17 को चेक कर चयन बोर्ड साक्षात्कार की तिथि तय कर अभ्यर्थियों को बुलावा पत्र भेजेगा। इस तरह साक्षात्कार की तिथि से दस दिन पहले अभ्यर्थियों को सूचना देने के नियम के कारण 27 से पहले साक्षात्कार शुरू नहीं हो सकेगा। चयन बोर्ड के सचिव नवल किशोर के मुताबिक कोई अभ्यर्थी साक्षात्कार से वंचित न होने पाएं, इस कारण आवेदन पत्रों की त्रुटियां ठीक करने के लिए समय बढ़ाना पड़ा।
उम्मीद है कि 16 जनवरी तक सभी के आवेदन पत्र सत्यापित हो जाएंगे। उसके बाद सूचना देकर दस दिन बाद साक्षात्कार शुरू करा दिया जाएगा। एक पद के लिए सात अभ्यर्थी के अनुपात में करीब 4400 अभ्यर्थी बुलाए जाएंगे। फरवरी के पहले सप्ताह में साक्षात्कार पूरा करा लिया जाएगा