लखनऊ : यूपी बोर्ड की ओर से बने परीक्षा केंद्रों में कई गड़बड़ियां हैं। प्रज्ञा बालिका इंटर कॉलेज की कक्षाओं वायस रिकॉर्डर युक्त सीसीटीवी कैमरे नहीं हैं। कॉलेज ने बोर्ड परीक्षा संपन्न कराने के लिए पर्याप्त स्टाफ न होने की भी बात कही है। कॉलेज ने परीक्षा केंद्र न बनाए जाने की गुहार लगाई है। परीक्षा केंद्र बनाने के लिए कक्षा में दोनों तरफ वायस रिकॉर्डर युक्त सीसीटीवी कैमरा, पर्याप्त कक्षाएं व फर्नीचर, ब्रॉडबैंड युक्त कंट्रोल रूम, बिजली-पानी की व्यवस्था, शौचालय आदि मूलभूत संसाधन होना अनिवार्य है। इसके लिए बोर्ड ने ऑनलाइन कॉलेजों से ब्योरा मांगा था। इसके अलावा कुछ परीक्षा केंद्रों पर धारण क्षमता से अधिक परीक्षार्थी आवंटित कर दिए गए हैं। राजकीय इंटर कॉलेज निशातगंज में हाईस्कूल के 323 और इंटर के 290 परीक्षार्थी आवंटित किए गए हैं, जबकि कॉलेज में एक बार में केवल 210 छात्र ही परीक्षा दे सकते हैं। कॉलेज प्रशासन ने परीक्षार्थियों की संख्या कम करने की गुहार लगाई है।
30 किमी दूर बना दिया परीक्षा केंद्र
ज्यादातर विद्यालयों ने परीक्षा केंद्र दूर बनाए जाने की शिकायत दर्ज की है। एसकेडी एकेडमी राजाजीपुरम के छात्रों का परीक्षा केंद्र 30 किलोमीटर दूर गोसाईंगंज स्थित आरपीटी इंटर कॉलेज को बनाया गया है। कॉलेज प्रशासन ने नजदीक के विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाने की मांग की है।
यहां संसाधन के बाद भी लिस्ट से बाहर
ऐसे कई विद्यालय भी हैं जो परीक्षा केंद्र बनाए जाने की भी गुहार लगा रहे हैं। उन्होंने अपने यहां पर सभी संसाधन होने का दावा किया है, बावजूद इसके परीक्षा केंद्र न बनाए जाने की शिकायत की है। कृष्णा पब्लिक इंटर कॉलेज बेहसा, द इंडियन पब्लिक इंटर कॉलेज गोमती नगर, चंद्रशेखर आजाद पब्लिक कॉलेज बीकेटी समेत काफी संख्या में विद्यालयों ने अपने यहां पर बोर्ड परीक्षा कराने की गुहार लगाई है। इसके लिए कुछ विद्यालयों ने माननीयों का सिफारिशी पत्र भी आवेदन के साथ प्रस्तुत किया है। डीआईओएस डॉ. अमरकांत सिंह ने बताया कि आपत्तियों व उनके निराकरण को जिला समिति के समक्ष रखा जाएगा। जिला समिति इसे बोर्ड को भेजेगी।
कई परीक्षा केंद्र बदले जाएंगे
जिस तरह से दूरी को लेकर काफी संख्या में आपत्तियां आई हैं उसके अनुसार काफी संख्या में छात्रों के परीक्षा केंद्र बदले जाएंगे। वहीं छात्र संख्या कम और परीक्षा केंद्रों की संख्या ज्यादा है। ऐसे में परीक्षा केंद्रों की सूची में कटौती की भी जाएगी। कुछ के स्थान पर नए कॉलेजों को भी परीक्षा केंद्रों को शामिल किया जाएगा।
लखनऊ। यूपी बोर्ड ने जिस विद्यालय में परीक्षा के लिए जरूरी जरूरी संसाधन तक नहीं हैं, उनको भी परीक्षा केंद्र बना दिया है। बोर्ड परीक्षा के लिए जिले में जारी 132 परीक्षा केंद्रों की सूची पर 100 से ज्यादा विद्यालयों ने आपत्तियां दर्ज कराई हैं। अधिकांश आपत्तियां दूर बने परीक्षा केंद्रों को लेकर हैं। डीआईओएस ने आपत्तियां स्वीकार करने की अंतिम तिथि 13 जनवरी निर्धारित की थी।