सोनभद्र जिले में संचालित परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों की सूरत जल्द बदलेगी। इसके लिए स्कूलों को कंपोजिट ग्रांट के करीब चार करोड़ रुपये भेज दिए गए हैं। इस धनराशि से स्वच्छता कार्यक्रम के तहत विविध कार्य होंगे। स्कूलों की रंगाई-पोताई से लेकर उसे संवारने का हर प्रयास किया जाएगा।
शिक्षा विभाग की ओर से वर्ष 2018-19 से जिले में संचालित 1407 प्राथमिक और 654 उच्च प्राथमिक स्कूलों को कंपोजिट स्कूल ग्रांट दी जा रही है। हर साल स्कूलों को जरूरी सुविधाओं के लिए शासन कंपोजिट ग्रांट देता है। कंपोजिट ग्रांट की धनराशि स्वच्छता कार्यक्रम के तहत साबुन, फिनायल, ब्लीचिंग, बाल्टी, कूड़ादान, झाड़ू, ब्रश, टॉयलेट क्लीनर, नेल कटर, मरम्मत एवं अनुरक्षण, स्कूलों की रंगाई पुताई, वॉल पेंटिंग, स्लोगन सूचना, फर्स्ट एड बॉक्स, अग्निशमन यंत्र आदि पर खर्च किए जाएंगे। इसी ग्रांट से स्टेशनरी एवं कार्यालय के लिए सामग्री, रेडियो, इंटरनेट बिल, आंतरिक विद्युतीकरण एवं उपकरण, सांस्कृतिक कार्यक्रम, सामान्य सामग्री में कुर्सी मेज, बुलेटिन बोर्ड, फोटो फ्रेम, मग, बागवानी किट, शिक्षण सहायक सामग्री, पुरस्कार वितरण, मल्टी हैंड वाशिंग, पाइप वाटर सप्लाई एंड वाटर टैंक, सबमर्सिबल पंप, शौचालय की मरम्मत, ब्लैक बोर्ड का रखरखाव, दरवाजे, खिड़की की मरम्मत, छत दीवार, फर्श एवं प्लास्टर का काम, विद्युत कनेक्शन व कार्यालय फर्नीचर खरीदे जाते हैं। जिला बेसिक शिक्षाधिकारी हरिवंश कुमार ने मातहतों को नियमानुसार धनराशि को खर्च करने का निर्देश दिया है। इसकी मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी खंड शिक्षाधिकारियों को सौंपी गई है