मैनपुरी। जनपद के परिषदीय विद्यालयों में गुरुजी मनमानी कर रहे हैं। गुरुजी की मनमानी के चलते बच्चों की शिक्षा चौपट हो रही है। ये हालत तब है जब कोरोना पाबंदी के चलते हाल ही में विद्यालय खुले हैं। शिक्षक-शिक्षिकाएं और शिक्षामित्र बिना बताए ही विद्यालय से गायब हो जाते हैं। शनिवार को खंड शिक्षाधिकारी सुमित कुमार सिंह ने चार विद्यालयों का निरीक्षण किया। निरीक्षण में 19 शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक गायब मिले।
देवपुर भरथरा स्कूल में तो एडवांस में हस्ताक्षर किए गए थे। बीईओ ने कार्रवाई के लिए बीएसए को संतुति की है। बीईओ सुमित कुमार ने प्राथमिक विद्यालय गड़ेरी का निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय प्रधानाध्यापिका भारती चौहान और शिक्षिका मेधा उपस्थित मिलीं। जबकि शिक्षामित्र किरन यादव, सीमा और अजयवीर अनुपस्थित पाए गए। अजयवीर 25 फरवरी को भी विद्यालय में अनुपस्थित रहे। प्राथमिक विद्यालय परौंख के निरीक्षण में शिक्षिका कल्पना प्रजापति, शिक्षामित्र रेनू चौहान बिना किसी सूचना के गायब मिलीं। रेनू चौहान 25 फरवरी को भी विद्यालय से अनुपस्थित रही थीं। प्राथमिक विद्यालय नगरिया देहात के निरीक्षण में इंचार्ज प्रधानाध्यापक इंदू यादव, शिक्षिका रजनी, शिक्षामित्र रीता देवी अनुपस्थित मिलीं।
एडवांस में कर दिए साइन और हो गए गायब
कंपोजिट विद्यालय देवपुरा भरथरा के निरीक्षण में शिक्षक संजीव कुमार, मुकेश, अल्का, अंजू कटारा और अनुदेशक वीनेश कुमारी, भारती चौहान व योगेश्वरी दुबे अनुपस्थित पाए गए। अनुपस्थित में से संजीव कुमार, मुकेश, अंजू कटारा व वीनेश कुमारी ने उपस्थिति पंजिका पर शनिवार के हस्ताक्षर एक दिन पूर्व ही कर दिए थे और गायब हो गईं। बीईओ ने अनुपस्थित पाए गए शिक्षक, शिक्षिकाओं, अनुदेशकों शिक्षामित्रों का एक दिन का वेतन/मानदेय काटने की संतुति की है। इसके अलावा एडवांस में साइन करने वाले शिक्षक शिक्षिकाओं को प्रतिकूल प्रविष्टि देने की संतुति कर बीएसए को रिपोर्ट भेजी है।