पीड़िता ने देहात थाने में दर्ज कराई रिपोर्ट, जांच में जुटी पुलिस
अमरोहा। साइबर ठगों ने खुद को बैंक कर्मी बताकर महिला शिक्षक के क्रेडिट कार्ड से एक लाख रुपये उड़ा लिए।
खाते से धनराशि निकलने का संदेश मिलने के बाद शिक्षक को ठगी का अहसास हुआ। आनन फानन में उन्होंने बैंक पहुंचकर खाते पर रोक लगवाई।
जांच पड़ताल में सामने आया कि धोखाधड़ी कर निकाली गई धनराशि असम निवासी दो युवतियों के खाते में ट्रांसफर की गई है। तहरीर पर पुलिस ने धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है।
देहात थानाक्षेत्र के मोहल्ला सुबोध नगर ने संजीव कुमार का परिवार रहता है। उनकी पत्नी ज्योति चौहान शिक्षक हैं। उन्होंने स्टेट बैंक की एक शाखा से एसबीआई क्रेडिट कार्ड बनवाया था। 29 नवंबर 2021 को क्रेडिट कार्ड ज्योति चौहान के पास पहुंचा था, लेकिन 30 नवंबर को उनके पास एक फोन आया। फोन करने वाली युवती ने खुद को बैंक कर्मी बताया और क्रेडिट कार्ड चालू करने की बात कही।
ज्योति ने फोन करने वाली युवती पर विश्वास कर उसे ओटीपी बता दिया। इसके कुछ देर बाद ही उनके क्रेडिट कार्ड से 100287 रुपये निकल गए। फोन पर धनराशि निकलने का संदेश मिलते ही वह अचंभित रह गईं।
उन्होंने बैंक को मेल कर धनराशि कटौती के बारे में जानकारी हासिल की, जिसमें बैंक कर्मी ने बताया कि उनके क्रेडिट कार्ड से हाउसिंग डॉट कॉम का प्रयोग कर एचडीएफसी बैंक के दो खातों में ट्रांसफर है। किया गया
यह खाते बेगम निवासी गांव, नंबर एक गागलमारी थाना मयोग जनपद मोरीगांव जग्गी रोड असम और छेना खातून निवासी पोरा थाना पोरागांव जनपद मोरीगांव असम है। थानाध्यक्ष बृजेश सिंह ने बताया कि शिकायत पर दोनों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।