फर्रुखाबाद। बीएसए लालजी यादव ने ग्राम शिक्षा समिति के सचिव और प्राथमिक विद्यालय नगला टीन व प्राथमिक विद्यालय तुर्क ललैया के प्रधानाध्यापकों को निलंबित कर दिया है। दोनों पर बर्खास्त शिक्षामित्र के विद्यालय के उपस्थिति रजिस्टर में हस्ताक्षर कराने का आरोप है।
नवाबगंज क्षेत्र के गांव तुर्क ललैया की रीना शाक्य की शिकायत पर गांव के प्राथमिक विद्यालय की शिक्षा मित्र रीता गंगवार के खिलाफ जांच हुई थी। इसमें 2006 में रीता का चयन गलत तरीके से होने का मामला पाया गया। डीएम के अनुमोदन पर बीएसए लालजी यादव ने 10 दिसंबर 2021 को रीता गंगवार की चयन प्रक्रिया को निरस्त कर दिया था।
आदेश की कापी ग्राम शिक्षा समिति नगलाटीन के सचिव व प्राथमिक विद्यालय नगलाटीन के प्रधानाध्यापक अवनीश सिंह और प्राथमिक विद्यालय तुर्क ललैया के प्रधानाध्यापक मोहम्मद नासिरूद्दीन को भेजी थी। बर्खास्त होने के बाद भी प्राथमिक विद्यालय तुर्क ललैया के प्रधानाध्यापक शिक्षामित्र को विद्यालय बुलाते रहे और उपस्थिति रजिस्टर में हस्ताक्षर कराते रहे। इस पर ग्राम शिक्षा समिति सचिव व प्रधानाध्यापक अवनीश सिंह ने भी आपत्ति नहीं की।इसकी डीएम से शिकायत होने पर बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारी नवाबगंज से जांच कराई। बीईओ संजय शुक्ला ने जांच में मामला सही पाया और प्रधानाध्यापक अवनीश सिंह व मोहम्मद नासिरूद्दीन के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए बीएसए को रिपोर्ट भेजी।बीएसए ने बीईओ की जांच में दोनों विद्यालय के प्रधानाध्यापकों को निलंबित कर दिया। प्रधानाध्यापक अवनीश सिंह को प्राथमिक विद्यालय नगला झात और मोहम्मद नासिरूद्दीन को प्राथमिक विद्यालय विरायमपुर नवाबगंज में उपस्थिति दर्ज कराने का आदेश दिया है। पूरे मामले की जांच कायमगंज नगर शिक्षा अधिकारी सुरेश चंद्र पाल को दी गई है।