बरेली जिले में 14 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव में निर्वाचन कार्यों में ड्यूटी लगाई गई हैं। ऐसे में बड़ी संख्या में महिला कर्मचारी विकास भवन स्थित सभागार में पहुंचकर ड्यूटी काटने के लिए आवेदन कर रही हैं। इनमें से गंभीर बीमारियों से पीड़ितों और कोरोना संक्रमितों को अगर छोड़ दिया जाए तो अधिकांश आवेदन करने वाली वे महिला कर्मचारी हैं, जो पति और पत्नी दोनों के सरकारी सेवा में होने का हवाला देते हुए बच्चों की देखभाल करने के लिए अवकाश चुनाव ड्यूटी से मुक्त करने की मांग कर रही हैं।
विकास भवन सभागार में सोमवार को करीब दो सौ आवेदन आए। इसमें एक महिला का कहना था कि उसका पति बदायूं में सेक्टर मजिस्ट्रेट की ड्यूटी कर रहा है और वह बरेली में कर्मचारी है। दोनों की ड्यूटी लगी है। घर में छोटे बच्चे हैं, जिनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है। वहीं, एक अन्य महिला कर्मचारी का कहना था कि उसकी और पति दोनों की ड्यूटी लगी है, उनके घर में भी बच्चों की देखभाल करने वाला कोई नहीं है। इस बारे में श्रम एवं रोजगार उपायुक्त गंगाराम का कहना है कि एक वर्ष से कम आयु का बच्चा होने पर ही कर्मचारी की ड्यूटी काटी जा रही है।