उत्तर प्रदेश Uttar Pradesh की बाराबंकी सीट से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) BJP ने सरकारी शिक्षिका डॉ. रामकुमारी मौर्या को टिकट दिया है. सरकारी नौकरी से इस्तीफा देने के बाद रामकुमारी मौर्या चुनावी मैदान में ताल ठोक रही हैं. बाराबंकी सीट चार दशकों से किसी भी प्रमुख दल ने महिला प्रत्याशी नहीं उतारा था, लेकिन बीजेपी BJP ने इस मिथक को तोड़ दिया.
महिला प्रत्याशी नहीं उतारने की वजह से बाराबंकी सीट से किसी भी महिला का प्रतिनिधित्व नहीं रहा. पहली बार भाजपा ने डॉ. रामकुमारी मौर्या पर भरोसा जताते हुए उन्हें उम्मीदवार बनाया है. बीजेपी Bjp की कोशिश है कि इस सीट पर कमल खिलाया जाए. बता दें बाराबंकी सीट पर कभी भी बीजेपी नहीं जीती है.
16 साल की सरकारी नौकरी छोड़कर आईं राजनीति में
यही वजह है कि भाजपा BJP बाराबंकी सीट को प्रतिष्ठा से जोड़कर देख रही है. डॉ. रामकुमारी मौर्या तकरीबन 16 वर्षों से परिषदीय विद्यालय prathmik vidyalaya में अध्यापन का कार्य कर रही थीं. उन्होंने नौकरी से इस्तीफा देकर राजनीति के क्षेत्र में कदम रखा है. रामकुमारी मौर्या का कहना है कि राजनीति के मंच से उन्हें व्यापक तौर पर समाज सेवा करने का मौका मिलेगा.
डॉ. राम कुमारी मौर्या ने आजतक डिजिटल से बात करते हुए बताया, ‘शिक्षा Shiksha के क्षेत्र में भी मैं समाज सेवा ही कर रही थी, लेकिन सीमित दायरे में होने के नाते मैं जन सेवा नहीं कर पा रही थी. योगी और मोदी जी की नीतियों से प्रभावित होकर जनसेवा करने का मन बनाया, इसलिए सरकारी नौकरी से त्याग पत्र देकर चुनावी मैदान में उतरी हूं.’
बीजेपी प्रत्याशी डॉ. रामकुमारी मौर्या ने कहा, ‘बाराबंकी सदर सीट पर कुछ भी विकास नहीं हुआ है, इसलिए मैं जीतने के बाद क्षेत्र की समस्याओं को दूर करूंगी, महिलाओं की समस्या और युवाओं को रोजगार, किसानों की समस्या दूर कर अच्छी सड़कें बनवाने का प्रयास करूंगी, लोगों तक मोदी-योगी जी की योजनाएं पहुंचाई जाएंगी.’