बदायूं : सरकारी कर्मचारी सपा प्रत्याशी के हितैषी बनकर चुनाव लड़ाने निकल पड़े। इन्हीं की मदद से गुरुवार को करीब छह सौ शिक्षा मित्र, आंगनबाड़ी व आशा कार्यकर्ता, अनुदेशकों के साथ सभा कर उपहार बांटे गए थे। जांच के बाद शुक्रवार को मुकदमे में पूर्व सांसद धर्मेद्र यादव और 34 सरकारी कर्मचारियों का नाम भी मुकदमे में शामिल कर लिया गया।
पड़ौआ गांव में बरात घर में सपा प्रत्याशी हाजी रईस ने शिक्षा मित्रों, अनुदेशकों आदि के साथ सभा की थी। डिब्बा बंद उपहार बांटे। इसकी सूचना पर तहसीलदार करनवीर सिंह व सिविल लाइंस इंस्पेक्टर राजकुमार तिवारी वहां पहुंचे मगर, अधिकतर लोग जा चुके थे। पुलिस के अनुसार, जांच में पाया गया कि विभिन्न विभागों के 34 सरकारी कर्मचारी भी सभा में शामिल हुए थे। इन्हीं की मदद से अन्य लोगों को एकत्र कराया गया। सभा में छह सौ से अधिक लोग आए, जिनमें अधिकतर को सरकार से वेतन या मानदेय प्राप्त होता है। गुरुवार शाम को हाजी रईस व अज्ञात पर आचार संहिता व कोरोना गाइड लाइन उल्लंघन का मुकदमा दर्ज हुआ था। कार्यक्रम के कुछ वीडियो मिले। जिसके आधार पर सपा के पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव, सपा नेता फखरे अहमद शोबी और 34 सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। इन सभी पर प्रलोभन देकर चुनाव प्रभावित करने के तहत भी कार्रवाई की गई है।
’>>विभिन्न विभागों के कर्मचारियों की मदद से बुलाए गए थे शिक्षामित्र, अनुदेशक व आशा कार्यकर्ता
’>>प्रलोभन देने पर दर्ज हुए मुकदमे में पूर्व सांसद धर्मेद्र यादव और 34 कर्मचारियों का नाम भी शामिल