आजमगढ़, सातवें चरण के चुनाव का नामांकन होने के साथ ही पूर्वांचल में चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। सपा-बसपा का गढ़ कहे जाने वाले जिले में आजमगढ़ सदर सीट संग प्रमाण भी जुड़ा है। यहां से आठ बार विधायक रहे दुर्गा प्रसाद यादव अबकी फिर से मैदान में हैं। ऐसे में चुनावी तपिश समझने के लिए सोमवार दोपहर 12 बजे दैनिक जागरण की बाइक निकली तो धारा रंग-बिरंगी नजर आई। चाय-पान की दुकानों पर मतदातों ने कहीं खुलकर किसानों के सम्मान और रोजगार देने वालों की तरफदारी की, तो बहुतेरों ने कहा-देखेंगे। ऐेसे में आकलन तो मुश्किल था, लेकिन लब्बोलुआब समझ आया कि अन्नदाताओं का सम्मान, रोजगार और कानून-व्यवस्था की कसौटी पर ही कसे जाएंगे उम्मीदवार।
दैनिक जागरण की बाइक सिधारी-इटौरा रोड से गुजरी तो हाइडिल चौराहे के पास चाय दुकान पर ठहरी। विद्युत कर्मचारी यूनियन के प्रभु नारायण पांडेय कह रहे थे, हमारी सरकार तो वही होगी जो पुरानी पेंशन को बहाल करे। पांडेय जी की मुख्य चिंता कर्मचारियों की समस्याएं थीं। वहीं, वीरेंद्र यादव का कहना था कि सरकार ने कर्मचारियों के लिए कल्याण योजनाएं चलाते हुए लूट और भ्रष्टाचार पर अंकुश रखा है। सरकारी ठेके का टेंडर आनलाइन निकाला और भरा जा रहा है। इससे पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता आई है। यह सुनकर दुकानदार सूर्यभान बोल उठे-लेकिन बेसहारा पशुओं का आतंक तो बढ़ता ही जा रहा है। सड़कों पर इनका कब्जा रहता है तो गांवों में किसान त्रस्त हैैं। इसका जवाब बृजभान के पास था। बोले-किसान सम्मान निधि मिली है कि नहीं। उनकी बात पूरी की राजकरण ने। कहा, पूरे कोरोना काल में घर-घर राशन व खाद्यान्न मिला, अब और क्या चाहिए।
वहां से चार किलोमीटर आगे चंडेश्वर में सूर्यभान की दुकान पर चाय की चुस्की के बीच चुनाव पर बहस तीखी हुई जा रही थी। इलेक्शन बाइक रुकी ही थी कि रामनाथ सीधे हमसे मुखातिब होते हुए बोले-शिक्षा पूरी तरह बेपटरी हो चुकी है। किसी को दिखाई ही न दे तो क्या कह सकते हैैं। उनके साथ सुर मिलाते हुए आरके यादव ने कहा, पांच किलो अनाज मिल रहा है कि नहीं। पांच क्विंटल पशु चर जा रहे हैं।
अब हम वहां से दो किमी आगे इटौरा पहुंचे और पान की दुकान पर प्रत्याशियों के बीच होने वाली टक्कर पर चर्चा में शामिल हुए। विजय ने जोश में कहा कि हमारे ही प्रत्याशी की जीत होगी, तो अरङ्क्षवद व धीरेंद्र का जवाब था-इस बार तो विकास जीतेगा। किसानों को सम्मान और युवाओं को रोजगार देने वाले के सिर सजेगा ताज।
इसके बाद इलेक्शन बाइक पहुंची छह किलोमीटर आगे जहानाबाद जो मुबारकपुर विधानसभा क्षेत्र में आता है। यहां आशीष गुप्ता की समोसा-छोले की दुकान पर चुनाव और अपने प्रिय नेता को लेकर गरमागरम बहस छिड़ी थी। सतीश चौबे ने कहा, यह तो सभी को मानना होगा कि इस सरकार ने योजनाओं का लाभ बिना किसी भेदभाव के दिया। समाज के सबसे अंतिम पायदान पर खड़े आदमी की चिंता भी शिद्दत से की। यह सुनते ही जल निगम में जेई बलराम यादव बोल पड़े- लेकिन आपको नौकरी के लिए युवाओं का भटकना नहीं दिख रहा। बंसराज और सुरेंद्र भी उनसे सहमत थे। सरकार तो ऐसी चाहिए जो रोजगार दे।