कक्षा एक से आठवीं तक के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को आन-लाइन माध्यम से पढ़ाई कराने के निर्देश दिए गए हैं। मगर ज्यादातर विद्यार्थी आन-लाइन माध्यम से पढ़ाई संसाधनों व उपकरणों की कमी से जुड़ नहीं पाते हैं। उनको पढ़ाने के लिए मोहल्ला पाठशाला लगाने की व्यवस्था भी की गई है। मगर किसी भी क्षेत्र में महिला शिक्षक अकेले मोहल्ला पाठशाला लगाने नहीं जाएंगी। उनके साथ पुरुष शिक्षक या अन्य कर्मचारी साथ में जाएंगे।
यह है योजना
हर ब्लाक में साधनविहीन विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए मोहल्ला पाठशाला लगाने के निर्देश अफसरों ने जारी कर दिए हैं। जिले के कुछ ब्लाक में शिक्षकों ने इस ओर कदम भी बढ़ा दिए हैं। मगर अफसरों ने महिला शिक्षकों की सुरक्षा के दृष्टिगत व्यवस्थाएं बनाई है कि कोई महिला शिक्षक किसी क्षेत्र में अकेली पढ़ाने नहीं जाएंगी। वो अपने साथ पुरुष शिक्षक को साथ ले जाएंगी। बीएसए बेसिक शिक्षा अधिकारी सतेन्द्र कुमार ढाका ने कहा कि अगर कहीं पुरुष स्टाफ नहीं है तो खंड शिक्षाधिकारी को अवगत कराया जाएगा, वो व्यवस्था बनाएंगे। व्यवस्था न बन पाने की स्थिति में खंड शिक्षाधिकारी खुद शिक्षिका के साथ जाएंगे। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान कुछ जिलों में माेहल्ला पाठशाला के दौरान शिक्षिकाओं के साथ अभद्र व्यवहार की घटनाएं हुई थीं। इसलिए जिले में पहले से ही एहतियात बरतते हुए अफसरों ने कदम उठाया हैहै।