मुरादाबाद। बेसिक शिक्षा विभाग ने निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों को अनदेखा कर दंपतियों की ड्यूटी जिले में 14 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव में लगा दी है। इसको लेकर बड़ी संख्या में शिक्षक दंपति अधिकारियों के पास किसी एक की ड्यूटी कटवाने को लेकर चक्कर लगाने को मजबूर हैं। ज्ञात हो कि मुख्य निर्वाचन आयोग की ओर से चुनाव में कर्मिक दंपति में से किसी एक की ड्यूटी लगाने के निर्देश हैं।
जिले में तमाम ऐसे मामले हैं जहां इन निर्देशों की अनदेखी हुई है। इतना ही नहीं जब शिक्षक दंपती ने ड्यूटी कटवाने की कोशिश की तो उन्हें यह कहकर वापस भेज दिया गया कि ऐसी कोई गाइडलाइन नहीं है। अब किसी दंपती के सामने छोटे बच्चे की देखभाल तो किसी के सामने बूढ़े माता पिता की देखभाल की समस्या है। इसे लेकर दंपतियों का कहना है कि किसी एक की ड्यूटी चुनाव से हटाई जानी चाहिए। फिलहाल अधिकारियों पर शिक्षक दंपतियों की इन समस्याओं को कोई असर होता नहीं दिख रहा है। परेशान कर्मचारी ड्यूटी हटवाने के लिए निर्वाचन आयोग के दफ्तर के चक्कर लगाते नजर आ रहे हैं।
केेस 1
खलीजा परवीन प्रथमिक विद्यालय काजीपुरा कुंदरकी में सहायक अध्यापक के तौर पर कार्यरत हैं। खलीजा के पति मंसूर अहमद कंपोजिट विद्यालय इमरतपुरी में सहायक अध्यापक हैं। दोनों की ड्यूटी की चुनाव में लगा दी गई है। मंसूर अहमद दोनों में से किसी एक की ड्यूटी कटवाने के लिए निर्वाचन दफ्तर गए तो ड्यूटी हटाने से साफ इनकार कर दिया गया। मंसूर अहमद का कहना है कि उनकी बेटी सिर्फ ढाई वर्ष की है, इसलिए पति या पत्नी में से किसी एक का घर रुकना जरूरी है।
केस 2
मजाना शरीफ ऊंचाकानी में सहायक अध्यापक हैं। इनके पति मोहम्मद उसमान कंपोजिट विद्यालय इमरतपुरी में सहायक अध्यापक हैं। मजाना के मुताबिक उनकी 81 वर्षीय मां उनके साथ ही रहती हैं। ऐसे में उनकी देखभाल के लिए मजाना का घर रहना जरूरी है। चुनाव आयोग के निर्देशों का हवाला देते हुए जब उन्होंने ड्यूटी कटवाने की कोशिश की तो निर्वाचन अधिकारी ने साफ इनकार कर दिया।
केस 3
विमलेंद्र शर्मा जीजी हिंदू इंटर कालेज मुरादाबाद में और उनकी पत्नी बबिता शर्मा मनोहरपुर के एक विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत हैं। दंपती की ड्यूटी चुनाव कार्य में लगा दी गई है। उन्होंने इस पर आपत्ति जताई है और निर्वाचन दफ्तर में जाकर शिकायत दर्ज कराने की बात कही है।
शिक्षक दंपती अपनी जायज मांग को लेकर अधिकारियों के दफ्तर के चक्कर लगा रहे हैं। यह बेहद खराब बात है। यदि शिक्षक दंपतियों की मांगों पर संज्ञान नहीं लिया गया तो उत्तर प्रदेश जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ इसका पुरजोर विरोध करेगा।