इलाहाबाद विश्वविद्यालय में ऑनलाइन परीक्षा की मांग करने वाले तीन छात्रों पर कार्रवाई की गई है। यह कार्रवाई विश्वविद्यालय प्रशासन ने मंगलवार को की। इसमें दो छात्रों के परिसर में प्रवेश पर प्रतिबंध और एक छात्र को निलंबित कर दिया है। वहीं छात्रनेता सत्यम कुशवाहा के परिसर में प्रवेश पर प्रतिबंध के साथ इविवि एवं कॉलेजों में प्रवेश न देने का आदेश जारी किया गया है।
चीफ प्रॉक्टर प्रो. हर्ष कुमार की ओर से जारी सूचना के अनुसार अभिषेक द्विवेदी ने दो नवंबर 2019 को अपने सहपाठी से गाली-गलौज कर धमकी दी थी। फिर पांच नवंबर 2019 को अपने सहपाठी की एफसीआई बिल्डिंग के सामने पिटाई की थी। इस प्रकरण में स्पष्टीकरण का संतोषजनक उत्तर नहीं दिया था। वर्तमान में विश्वविद्यालय का छात्र नहीं है। फिर भी 17 फरवरी को परिसर के मुख्य द्वार पर तालाबंदी कर कर्मचारियों और अधिकारियों के आवागमन को बाधित किया। 19 फरवरी को विज्ञान संकाय में कक्षाओं का संचालन और डीन कार्यालय का कार्य अवरुद्ध किया। यह कृत्य निंदनीय तथा अपराध की श्रेणी में आता है। इसलिए प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है।
बीएससी द्वितीय वर्ष के अमन शुक्ल ने 12 जनवरी 2021 को कुलपति कार्यालय पर 50-60 बाहरी छात्रों के साथ नारेबाजी की थी। चीफ प्रॉक्टर के समझाने पर धक्का-मुक्की की थी। इस पर जारी नोटिस का स्पष्टीकरण नहीं मिला है। 14 फरवरी से चल रहीं कक्षाओं के संचालन को बंद कराने, परीक्षा नियंत्रक कार्यालय का घेराव कर तालांबदी की। यह अपराध की श्रेणी में आता है। इसलिए तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। अमन को 25 फरवरी को चीफ प्रॉक्टर कार्यालय में उपस्थित होकर नोटिस का जवाब देने को कहा गया है। इसी प्रकार एनएसयूआई के छात्रनेता सत्यम कुशवाहा को 31 अगस्त को निलंबित कर दिया गया था। सत्यम के नेतत्व में 17 फरवरी से तालाबंदी की गई। इसलिए यह अपराध की श्रेणी में आता है। परिसर में सत्यम के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाते हुए इविवि एवं कॉलेजों में किसी पाठ्यक्रम में प्रवेश न देने का आदेश दिया गया है।