प्रजेंटेशन, पढ़े सूचना
शिक्षा (एफएलएम)…प्रशिक्षण। जो हाजिरी के लिए सिर्फ प्रशिक्षण में जा रहे हैं तथा अन्य प्रशिक्षण की तरह इस पर ध्यान नहीं दे रहे। वे अब ध्यान से प्रशिक्षण लें, क्योंकि प्रशिक्षण के बाद में शिक्षकों को अधिकारियों के समक्ष अपना प्रजेंटेशन
देना होगा। इसके लिए जिला स्तर पर संजीदगी से लेने के से लेने के निर्देश देते हुए कहा कमेटी का गठन किया जा रहा है। है कि यह प्रशिक्षण आने वाले वर्षों की बीते दिनों सीडीओ ने अरांव एवं शिक्षा से जुड़ा है। इस प्रशिक्षण के आधार
शिकोहाबाद में प्रशिक्षण का निरीक्षण पर ही आने वाले वक्त में शिक्षा पद्धति किया था। इस दौरान शिक्षामित्र सवालों होगी। वहीं सीडीओ ने अब तक के जवाब भी नहीं दे पाई। सीडीओ प्रशिक्षण पा चुके चार हजार से भी ज्यादा चर्चित गौड़ ने गंभीरता से लिया है, शिक्षकों की सूची भी डीसी प्रशिक्षण से उन्होंने शिक्षकों को प्रशिक्षण को मंगाई है। बताया जाता है कि इस सूची न
66 यह प्रशिक्षण काफी अहम है। जिला स्तर पर अधिकारियों की एक कमेटी बना रहे हैं। ब्लॉक स्तर पर 20 से 22 शिक्षकों को चिन्हित किया जाएगा। इनका प्रजेंटेशन, इस कमेटी के समक्ष होगा, ताकि पता चल सके कि शिक्षकों ने प्रशिक्षण में क्या सीखा। -चर्चित गौड़, सीडीओ
में से हर ब्लॉक से 20 से 22 शिक्षकों को चिन्हित किया जा रहा है। इसके साथ में जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी एवं डायट प्राचार्य सहित अधिकारियों की एक कमेटी बनाई जा रही है। इस कमेटी के समक्ष चयनित 200 शिक्षकों को प्रशिक्षण में सीखे गए ज्ञान की प्रजेंटेशन देनी होगी।
ब्लॉक स्तर पर नहीं दिख रही गंभीरताः जिले के अधिकारी जिस तरह प्रशिक्षण को गंभीरता से ले रहे हैं, ब्लॉक स्तर पर उतनी संजीदगी नहीं दिख रही है। कहीं पर प्रोजेक्टर की व्यवस्था ही खंड शिक्षाधिकारियों ने नहीं की है। इससे एआरपी भी ढंग से प्रशिक्षण नहीं दे पा रहे हैं। ब्लॉक स्तर पर गैरहाजिर शिक्षकों के संबंध में भी कोई संजीदगी नहीं है।