बलरामपुर के रेडियोलॉजिस्ट डॉ. समीर वर्मा की पत्नी अंजू वर्मा (49) ने शनिवार दोपहर लाइसेंसी रिवॉल्वर से गोली मार कर खुदकुशी कर ली। वह काफी वक्त से अवसाद में थी। सुबह उन्होंने पति को कॉल कर परेशान होने की बात कही थी। इसके बाद ही अंजू ने खुद को गोली मार ली थी।
इन्दिरानगर सेक्टर-दस निवासी डॉ. समीर वर्मा की पत्नी अंजू वर्मा बाराबंकी में शिक्षिका थीं। शनिवार सुबह समीर ड्यूटी पर चले गए थे। घर में पत्नी अंजू के दो बेटों और सास के साथ मौजूद थी। अवसाद की बीमारी से जूझ रही अंजू ने सुबह इलाज कर रहे डॉ. प्रवीण को फोन कर अपनी परेशानी बताई थी। इसके बाद अंजू ने पति को वीडियो कॉल की थी। वह लगातार बीमारी से परेशान होने और खुदकुशी करने की बात कह रही थी। ऐसे में समीर काफी देर तक पत्नी को समझाते रहे। इस बीच वह अस्पताल से घर के लिए चल दिए। डॉ. समीर के मुताबिक जब वह घर पहुंचे तो उन्हें पत्नी खून से लथपथ मिला। वह पत्नी को लेकर ट्रामा सेंटर पहुंचे थे। जहां डॉक्टरों ने अंजू को मृत घोषित कर दिया था। इंस्पेक्टर रामफल प्रजापति के मुताबिक घर से लाइसेंसी रिवॉल्वर मिली है। जिससे अंजू ने खुदकुशी की है। वहीं, अभी तक की बातचीत में अंजू के अवसाद की बीमारी से ग्रसित होने की बात ही सामने आई है।
लाइसेंसी असलहा फिर बना हादसे का सबब
डॉ. समीर वर्मा ने अपने और परिवार की सुरक्षा के लिए लाइसेंसी रिवॉल्वर लिया था। लेकिन सुरक्षा के बजाए लाइसेंसी असलहा परिवार बिखरने का कारण बन गया। चौबीस घंटे के अंदर लाइसेंसी असलहे से गोली मार कर खुदकुशी करने का यह दूसरा मामला है। शुक्रवार को भी बीमारी से तंग आकर रिटायर वन अधिकारी अतिबल सिंह ने खुद को गोली से उड़ा लिया था।