बच्चो के अभिभावको के खाते मे पैसा हस्तानान्तरित होना है। जिस पैसे से बच्चो के स्कूल के समान को खरीदना है। लेकिन अभी तक कई जिले के कुछ बच्चो के अभिभावको के खाते मे पैसा नही जा सका है। लेकिन कई खातो मे कई कमियो की वजह से पैसा खाते मे नही जा पा रहा है। जिसकी वजह से अब अभिभावक से ज्यादा परेशान प्रधानाचार्य व सारा स्टाप परेशान है। बीआरसी बार बार जाना पड़ रहा है। बीइओ का कहना है कि बैंक जाकर सभी खाते सही करायें। अब स्कूल का सभी स्टाप अलग अलग बैक जाकर खाते को सीड व लिंक करा रहे है। अब यहां समझने वाली ये बात है कि जब सभी शिक्षक बैक मे रहेगे।
उस समय स्कूल मे कोई जांच करने आ गया तो मामला बिगड़ जायेगा। एैसा कई मामले सामने आ रहे है जहां पर कम शिक्षक है उन शिक्षको मे से कुछ की ड्यूटी कोरोना मे तो कुछ का चुनाव प्रशिक्षण मे लगा है एैसी अवस्था मे जो बचे हुऐ शिक्षक है वे बैक चले गये। उसी समय कोई जांच करने आ गया तो स्कूल मे ताला बंद मिलना तो स्वाभाविक है। उपर से मोहल्ला क्लास चल रहा हैं। शिक्षक तो हमेशा तरफ से फंसता ही है। अब कल यानि सोमवार से स्कूल खुल रहे है तो अब शिक्षको को भागदौड़ से कुछ मुक्ति मिलेगी।