बरेली: मिशन टापर के अन्तर्गत 10वीं व 12वीं के चयनित मेधावियों के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक की ओर से अनोखी पहल की गई हैं। परीक्षा की तैयारी में आ रही समस्याओं के निराकरण व उनका मार्गदर्शन करने के लिए संबन्धित स्कूल के प्रधानाचार्य व शिक्षक उनके घर पहुंचेंगे डीआइओएस का मानना है कि इससे इस बार बोर्ड परीक्षा परिणाम पहले से बेहतर होंगें।
बोर्ड परीक्षाओं के लिए स्कूल वार मेधावी चयनित किए गए हैं। कोरोना संक्रमण के चलते स्कूल बंद हैं। छात्र-छात्राएं परीक्षा की तैयारी आन-लाइन ही कर रहे हैं। आनलाइन तैयारी में आ रही दिक्कतों को लेकर संबंधित स्कूल के प्रधानाचार्य समय-समय पर मेधावियों के घर जाकर उनसे बात करेंगे। समस्या का समाधान नहीं होने पर संबंधित विषय के शिक्षकों को बुलाया जायेगा। डीआइओएस ने सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यो को पत्र भेजकर इसके लिए निर्देशित किया है। डीआइओएस डा. मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि प्रधानाचार्य छात्रों का आत्मविश्वास बढ़ाने के साथ ही बेहतर अंक लाने के लिए उनको टिप्स भी देंगे।
आठवीं तक के विद्यार्थी अभी आन-लाइन ही करेंगे पढ़ाई
कोरोना संक्रमण के चलते स्कूल बंद हैं। अधिकारियों ने हाल ही में नौवीं से 12वीं तक के छात्रों के लिए आफलाइन पढ़ाई की शुरुआत सात फरवरी से करने के लिए तैयारियां की हैं लेकिन, आठवीं तक के विद्यार्थी अभी आन-लाइन ही शिक्षा जारी रखेंगे। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में इसकी मानीटरिग के लिए सेल बनाकर निगरानी की जाएगी।
डीआइओएस ने प्रधानाचार्यों को तीन फरवरी तक विद्यालय में आन-लाइन पढ़ाई को लेकर की गईं व्यवस्थाओं की जानकारी ब्लाक के नोडल अधिकारी को देने के निर्देश दिए हैं, ताकि पांच फरवरी से उसकी निगरानी की जा सके। शिक्षक स्कूल जाने की बजाय घर से ही आन-लाइन कक्षाएं ले रहे हैं। डीआइओएस डा. मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार विषयवार छात्रों के ग्रुप बनाएं जाएं। शिक्षक घर नहीं, बल्कि स्कूल में पहुंचकर कक्षाएं लें। यू-ट्यूब पर चल रहे ई-ज्ञान गंगा चैनल से जुड़ने के लिए छात्रों को प्रेरित किया जाए। यदि कोई छात्र इससे नहीं जुड़ रहा है तो प्रधानाचार्य उसकी काउंसिलिंग करें।