मैनपुरी: कोरोना संक्रमण के चलते बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूल बंद होने से शैक्षणिक कार्य प्रभावितों हो रहा था। ऐसे में बच्चों को शिक्षित किए जाने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा मिशन प्रेरणा के तहत ई-पाठशाला-छह शुरू की गई है। इस योजना के तहत परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों द्वारा स्थान तय कर पंजीकृत बच्चों को मुहल्ला क्लास लगाकर शिक्षित किया जा रहा है। इसकी निगरानी भी कराई जा रही हैं।
जिले में बेसिक शिक्षा विभाग के 1909 प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और कंपोजिट परिषदीय स्कूल हैं। इनमें कुल 1.92 लाख बच्चे पंजीकृत हैं। शीतकालीन अवकाश के बाद कोरोना संक्रमण के कारण फ़िलहाल स्कूल बंद चल रहे हैं। अब ई-पाठशाला-छह के तहत शिक्षक मुहल्लों में क्लास लगाकर बच्चों को पढ़ा रहे हैं। अभिभावकों के वाट्सऐप पर पाठ्य सामग्री प्रेषित की जा रही है। इस व्यवस्था की निगरानी का जिम्मा एआरपी (अकादमिक रिसोर्स पर्सन) के साथ खंड शिक्षाधिकारी को सौंपा गया है। देवामई कंपोजिट पाठशाला की प्रधानाध्यापिका वर्तिका अवस्थी ने बताया कि शिक्षक वाट्सऐप पर मौजूद बच्चों को पाठय सामग्री दे रहे हैं। वहीं ऐसे बच्चे जिनके पास फोन नहीं हैं, उनके लिए मुहल्ला क्लास लगाई जा रही हैं। इसके लिए गांव और मुहल्ले का एक स्थान और समय तय कर लिया हैं।
ये हो रही पढ़ाई
प्रत्येक शनिवार को बच्चों के बीच क्विज प्रतियोगिता, प्रत्येक कक्षा के लिए प्रतिदिन प्रत्येक विषय की शैक्षणिक सामाग्री के साथ रोचक कहानी प्रेषित की जा रही है। स्टेट रिसोर्स ग्रुप (एसआरजी) और एआरपी आन-लाइन बैठक कर शिक्षण कार्य का सुपरविजन कर रहे हैं।
सभी बीईओ और प्रधानाध्यापकों को मुहल्ला क्लास के तहत बच्चों को शिक्षित किया जा रहा है। प्रतिदिन शिक्षण कार्य को दीक्षा पोर्टल एवं प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड किया जा रहा है। बच्चों को बेहतर शिक्षा देने का प्रयास हो रहा है। पूरे कार्यक्रम की हर दिन निगरानी की जा रही है।
-कमल सिंह, बेसिक शिक्षा अधिकारी