गोरखपुर,। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) वर्ष 2022 की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा के लिए कक्ष निरीक्षकों की तैनाती अपने स्तर से करेगा। पिछले साल तक यह कार्य जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय करता रहा है। ड्यूटी को लेकर पारदर्शिता बरतने व मनमानी रोकने की दृष्टि से बोर्ड ने यह कदम उठाया है।
कक्ष निरीक्षकों की तैनाती में पारदर्शिता बरतने को लेकर बोर्ड का निर्णय
गोरखपुर जनपद के 199 केंद्रों पर परीक्षा कराने के लिए 6450 केंद्र व्यवस्थापक व कक्ष निरीक्षकों की आवश्यकता है। परिषद की वेबसाइट पर 6723 शिक्षकों का ब्योरा पहले से ही अपलोड है। इसमें से कई शिक्षक सेवानिवृत्त हो चुके हैं। ऐसे में बोर्ड ने इस बार पुन: नए सिरे से शिक्षकों का ब्योरा अपलोड करने का निर्देश दिया है। इसी आधार पर बोर्ड कक्ष निरीक्षकों की तैनाती करेगा। इसके पहले भी बोर्ड वर्ष 2016-17 में कक्ष निरीक्षकों की तैनाती अपने स्तर से करने का प्रयास किया था, लेकिन असफल रहा था। यह दूसरा मौका जब बोर्ड पुन: यह प्रयोग करने जा रहा है। आफलाइन कक्ष निरीक्षकों की तैनाती में मनमानी किए जाने के आरोप लगते रहे हैं। खासकर वित्तविहीन स्कूलों में इस तरह की अधिक दिक्कत रहती है। यही वजह है कि इस बार बोर्ड ने व्यवस्था ही बदल दी है।
गलत जानकारी पर होगी कार्रवाई
कक्ष निरीक्षकों की तैनाती को लेकर इस बार बोर्ड ने 15 बिंदुओं की जानकारी मांगी गई थी। इनमें अध्यापकों का नाम, जन्मतिथि व वर्तमान पद पर नियुक्ति समेत अन्य जानकारियां शामिल हैं। बोर्ड ने पहले ही हिदायत दे रखी थी कि गलत जानकारी वाले स्कूलों पर कार्रवाई की जाएगी।
297 स्कूलों ने अपलोड नहीं किया शिक्षकों का ब्योरा
जनपद के 297 स्कूलों ने अभी तक शिक्षकों का ब्योरा बोर्ड की वेबसाइट पर अपलाेड नहीं किया है। जबकि 20 फरवरी तक ही अंतिम तिथि निर्धारित थी। ऐसे में अब संबंधित विद्यालयों के विद्यार्थियों के अनुक्रमांक फ्रीज करने तथा राजकीय व सहायता प्राप्त प्रधानाचार्यों की वेतन रोकने की डीआइओएस द्वारा संस्तुति की जाएगी।
कक्ष निरीक्षकों की तैनाती पारदर्शी तरीके से करने के उद्देश्य से बोर्ड ने यह निर्णय लिया है। स्कूलों द्वारा ब्योरा सहित शिक्षकों की सूची वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई है। कक्ष निरीक्षकों की तैनाती कर बोर्ड जल्द सूची जारी करेेगा। – ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह भदौरिया, जिला विद्यालय निरीक्षक।