● स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्र की एमएलसी सीटों पर दो चरण में चुनाव
● भाजपा के चुनाव हारे प्रमुख नेताओं को एमएलसी बनने का मौका
लखनऊ, विशेष संवाददाता। विधानसभा चुनाव के बाद अब उत्तर प्रदेश विधान परिषद के चुनाव की बारी है। परिषद के स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्र की 36 एमएलसी सीटों पर आगामी 15 मार्च से चुनाव प्रक्रिया शुरू होगी।
अभी तक इस उच्च सदन में समाजवादी पार्टी के मुकाबले कम सदस्य संख्या वाली भारतीय जनता पार्टी अब दोबारा सत्ता में लौटने के बाद एमएलसी के इस चुनाव में बहुमत हासिल करने में पूरा जोर लगाएगी। यही नहीं विधानसभा चुनाव में भाजपा के हारे प्रमुख नेताओं केशव प्रसाद मौर्य, सुरेश राणा, संगीत सोम, सतीश द्विवेदी, उपेन्द्र तिवारी आदि को एमएलसी बनाकर सरकार में शामिल होने का मौका दिया जा सकता है।
पहले यह चुनाव विधानसभा चुनाव के साथ ही करवाने का कार्यक्रम तय हुआ था। चुनाव आयोग ने इसके लिए बाकायदा समय सारिणी भी घोषित कर दिया था। मगर बाद में चार फरवरी को इस बाबत जारी अधिसूचना को निरस्त कर दिया गया। अब इन चुनावों की पूरी प्रक्रिया विधान सभा चुनाव होने के बाद 15 मार्च से शुरू होगी। पूर्व में घोषित कार्यक्रम में पहले चरण की 29 सीटों के लिए 3 मार्च और दूसरे चरण की 6 सीटों के लिए 7 मार्च को मतदान होना तय हुआ था।