सिद्धार्थनगर। जिले में मतदान से एक दिन पहले दो मार्च को अनुपस्थित रहने वाले 276 अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। इन कर्मचारियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया था, लेकिन निर्वाचन ड्यूटी के दौरान वे अनुपस्थित हो गए। इस कारण जिला प्रशासन के समक्ष चुनौतीपूर्ण स्थिति हो गई थी।
मुख्य विकास अधिकारी पुलकित गर्ग ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को नोटिस जारी कर अनुपस्थित कर्मचारियों से पांच दिन के अंतर स्पष्टीकरण मांगने का निर्देश दिया है। ये कर्मचारी बिना सूचना के अनुपस्थित हो गए थे। मतदान के एक दिन पहले पोलिंग पार्टियां रवाना हो रही थी, काफी संख्या में अधिकारी कर्मचारी अनुपस्थित हो गए। इस मामले में जिला प्रशासन ने कार्रवाई करने के लिए स्पष्टीकरण मांगा है। इनमें प्रधानाध्यापक, सहायक अध्यापक, शिक्षामित्र सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी कर्मचारी हैं, जिन अधिकारियों-कर्मचारियों से संतोषजनक जवाब प्राप्त नहीं होगा, उनके खिलाफ आरपी एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। विभागीय कार्रवाई के साथ मुकदमा दर्ज कराया जा सकता है।
अवैध मतों की संख्या पर होगी पुनर्मतगणना
सिद्धार्थनगर। विधानसभा चुनाव की मतगणना में इस बार पोस्टल बैलेट में अवैध मतों की संख्या जीत-हार के मतों के अंतर से अधिक होगा तो पोस्टल बैलेट की पुनर्मतगणना की जाएगी, जबकि पहले जीत-हार का अंतर से पोस्टल बैलेट के कुल मतों की संख्या अधिक होने पर ही पुनर्मतगणना की जाती थी।ईवीएम के मतों की गणना के साथ पोस्टल बैलेट के मतों की गिनती होगी। इस बार पोस्टल बैलेट से मतदान करने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों की संख्या बढ़ी है। बुजुर्ग व दिव्यांग मतदाताओं ने भी पोस्टल बैलेट से मतदान किया है। जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि मतगणना में दो प्रत्याशियों के बीच जीत हार का अंतर पोस्टल बैलेट के अवैध मतों की संख्या से कम होगा तो पोस्टल बैलेट की पुनर्मतगणना होगी।