परिषदीय स्कूल भले ही खुल गए हों लेकिन अब भी शिक्षकों, विद्यार्थियों और अभिभावकों पर ऑलाइन कंटेंट का उपयोग करने का दबाव जारी है। शिक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वे अब शैक्षिक पोर्टल ‘विकल्प’ में पंजीकरण कराएं। इसे प्रदेश का पहला मुक्त शैक्षिक संसाधन पोर्टल ठहराया गया है। इसमें वीडियो कंटेंट समेत अन्य माध्यमों को शामिल किया गया है।
शिक्षा निदेशक ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को विकल्प पोर्टल में पंजीकरण कराने के निर्देश दिया है। इस पोर्टल को बेसिक शिक्षा विभाग ने एचसीएल फाउंडेशन के सहयोग से बनाया है। जनवरी 2021 में इसकी शुरुआत हुई लेकिन शिक्षकों और बच्चों ने इसमें रुचि नहीं दिखाई। विकल्प पोर्टल 05 ई (इंगेज, एक्सप्लोर, एक्सप्लेन, इलाबोरेट और इवेलुएट) पर आधारित है। इसे शिक्षकों, विद्यार्थियों और अभिभावकों के उपयोग के लिए बनाया गया है। प्रश्न बैंक, क्विज आदि दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त शिक्षक इसमें अपने वीडियो समेत अन्य कंटेंट अपलोड कर सकते हैं। कंटेंट का उपयोग व डाउनलोड करने की भी सुविधा दी गई है।
बीएसए अतुल कुमार सिंह ने बताया कि विकल्प पोर्टल पर पंजीकरण कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। शिक्षक, विद्यार्थी और अभिभावकों का पंजीकरण कराया जाना है।