बरेली : विधानसभा चुनाव में ड्यूटी न करने पर नगर निगम के कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं। पंप ऑपरेटर, सफाई कर्मी और अन्य कर्मचारियों की ड्यूटी लगी थी।
नगर निगम के कर्मचारियों की ड्यूटी चुनाव के दौरान लगी थी। हालांकि शासन से एक आदेश हुए थे कि जो कर्मचारी कोविड19 के लिए लगाए गए हैं उनकी ड्यूटी नहीं लगेगी इसी आदेश पर करीब 300 से ज्यादा कर्मचारी चुनाव ड्यूटी पर नहीं गए। अपर नगरायुक्त एसके यादव ने कहा कि कुछ कर्मचारियों के संबंध में नोटिस आए हैं। उन्हें इसके बारे में अवगत करा दिया गया है। नगर निगम की तरफ से जवाब जा रहा है।
प्रमोशन में फर्जीवाड़े के बाद गायब हुए दस्तावेज
बरेली : चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी से वरिष्ठ लिपिक बने राजीव कमल की निजी पत्रावलियां गायब होने का मामला तूल पकड़ने लगा है। इस प्रकरण में सीएमओ आफिस के स्थापना पटल के सहायक रहे चार कर्मचारियों की सूची तैयार हो गई है और उनसे पूछताछ की जाएगी। माना जा रहा है कि राजीव कमल को फर्जी तरीके से 1964 का जाली वरिष्ठता क्रमांक दिया गया और प्रमोशन कराया गया। मामला खुलने के डर से सीएमओ कार्यालय से पत्रावलियां ही गायब कर दी गईं।
बदायूं में राजीव कमल की चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पर नियुक्ति हुई थी। उनको दो बार प्रमोशन मिला है और अब वह वरिष्ठ सहायक बन गए हैं। उनकी नियुक्ति और प्रमोशन की जांच चल रही है। जांच के दौरान पता चला कि सीएमओ आफिस के स्थापना पटल से उनकी निजी पत्रावलियां ही गायब हो गई है। छानबीन में सामने आया है कि 2016 तक उनकी निजी पत्रावलियां स्थापना पटल पर थीं। बिना निजी पत्रावली के उनकी सूचना लखनऊ नहीं जा सकती थी और उनका प्रमोशन भी नहीं हो सकता था। साफ है कि 2016 तक उनकी पत्रावली थी और 2017 में प्रमोशन होने के बाद ही निजी पत्रावलियां जानबूझकर गायब की गई हैं। बीते 4 सालों में इस पटल पर विनोद कुदैशिया, बीआर यादव, रामबाबू सहायक रह चुके हैं। निजी पत्रावली कब से गायब है, इस विषय में अब इनसे पूछताछ की जाएगी।
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सीएमओ आफिस से रिकार्ड नहीं आया है। चतुर्थ श्रेणी से वरिष्ठ लिपिक बने राजीव कमल के बारे में एफएसडीओ से भी जानकारी मंगाई गई है। जल्द ही जांच पूरी हो जाएगी। – डा. दीपक ओहरी, एडी हेल्थ
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मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंची शिकायत
उधर, राजीव कमल के प्रमोशन में फर्जीवाड़े की शिकायत अब मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंच गई है। शिकायतकर्ता ने एडी आफिस में हो रही जांच में देरी की बात कही है। उसने राजीव कमल की दो वरिष्ठता सूची वाले पत्र समेत अपनी शिकायत मुख्यमंत्री कार्यालय भेज दी है।