देवरिया
बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में गणित और अंग्रेजी की परीक्षा दोबारा होगी। इन विषयों के प्रश्न-पत्र कई विद्यालयों में पहुंचे ही नहीं। इसके चलते शिक्षकों को दूसरे विद्यालयों से व्हाट्सएप पर मंगाकर परीक्षा करानी पड़ी। डीएम ने मामले में बीएसए से स्पष्टीकरण भी मांगा है।
जिले के परिषदीय विद्यालयों में 22 मार्च से वार्षिक परीक्षाएं आयोजित की गईं। परीक्षा शुरू होने से पूर्व तीन बार समय-सारणी बदली गई। इसका प्रश्न-पत्र छापने वाली एजेंसी ने विद्यालयों में प्रश्न-पत्र पहुंचाने में लापरवाही बरती, उसके बाद बीआरसी से प्रश्न-पत्र भेजने में भी देरी हुई। मझौलीराज के एक स्कूल में तो ऊर्दू का पेपर पहुंचा ही नहीं। शिक्षक ने अपने स्तर से पेपर तैयार कर ब्लैक बोर्ड पर लिखकर परीक्षा ली। इसी तरह कई विषयों में अनेक विद्यालयों में पेपर नहीं मिला। शिक्षकों ने व्हाट्सएप पर पेपर मंगाकर परीक्षा कराने का रास्ता ढ़ूंढा। जानकारी मिलने पर डीएम आशुतोष निरंजन ने पड़ताल कराई तो मामला सही पाया। उन्हें गणित और अंग्रेजी विषय के प्रश्न-पत्र को लेकर भारी गड़बडी मिली। इसके बाद डीएम ने बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार राय को दोनों विषयों की परीक्षा 29 मार्च को दोबारा कराने के निर्देश दिए। साथ ही मामले में स्पष्टीकरण भी तलब कर लिया।
बाक्स-31 मार्च को कैसे मिलेगा रिपोर्ट कार्ड, छपाई का टेंडर तक नहीं
परिषदीय विद्यालयों की वार्षिक परीक्षा का परिणाम 31 मार्च को घोषित किया जाना है। इसी कक्षा एक से लेकर आठ तक के सभी 2.36 लाख बच्चों को रिपोर्ट कार्ड वितरित किया जाना है। सूत्रों की मानें तो रिपोर्ट कार्ड की छपाई अभी तक शुरू नहीं हुई है, न ही इसके टेंडर का किसी फर्म को दिया जा सका है। ऐसे में किसी फर्म को काम मिल भी गया तो छपाई कर सभी 2120 परिषदीय विद्यालयों तक रिपोर्ट कार्ड समय से पहुंचाना आसान नहीं होगा।