प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में दोबारा भाजपा की सरकार बन गई है। सीएम की ओर से सरकारी विभागों में रिक्त पदों पर भर्ती करने की कवायद के बाद जिले के 10 विभागों में रिक्त 6134 पदों को भरे जाने की उम्मीद भी बढ़ गई है। नीति आयोग की सूची में चयनित इस जिले को प्राथमिकता भी मिल सकती है।
25 मार्च को योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके दूसरे दिन ही उन्होंने कई निर्णय लिए, जिसमें सरकारी विभागों में रिक्त पदों की भर्ती का भी बिंदु शामिल हैं। उच्च स्तरीय अफसरों को विभागवार रिक्त पदों का ब्योरा एकत्र करने का निर्देश दिया है। इस निर्णय के बाद से अति पिछड़े जिलों में चिन्हित इस जनपद को विशेष आस जग गई है। इससे पूर्व योगी सरकार के प्रथम कार्यकाल में जिले के 10 प्रमुख विभागों से रिक्त पदों की सूचना मांगी जा चुकी है। ऐसे में भर्ती प्रक्रिया में तेजी आने के साथ रिक्त पदों पर भर्ती की राह आसान दिख रही है। सबकुछ ठीकठाक रहा तो आने वाले समय में प्राथमिकता के आधार पर 6134 के साथ अन्य विभागों में खाली पड़े पदों पर तैनाती का रास्ता साफ हो सकता है।
इन विभागों में रिक्त पड़े पद
पूर्व में शासन स्तर से 10 विभागों में रिक्त पदों के बारे में मांगी गई सूचना के तहत भेजी गई जानकारी के मुताबिक इन विभागों में 6134 पद रिक्त हैं। बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग में रिक्त पदों में मुख्य सेविका के छह, प्रधान सहायक, कनिष्ठ लिपिक के एक-एक, बेसिक शिक्षा विभाग में परिषदीय विद्यालयों में प्रधानाध्यापक के 1722, सहायक अध्यापकों के 3505, बीएसए कार्यालय में प्रधान सहायक के एक, वरिष्ठ सहायक के दो, जिला समन्वयक के सात, बीआरसी समन्वयक के 24 में पद खाली पड़े हैं। सीएमओ कार्यालय में डिप्टी सीएमओ के चार, प्रभारी चिकित्साधिकारी के 11, महिला चिकित्सक और जनरल सर्जन के आठ-आठ समेत स्वास्थ्य कर्मियों के कुल 513 पद रिक्त चल रहे हैं। कृषि विभाग में 122, ग्राम्य विकास विभाग में 59, पंचायती राज में 73, उर्जा विभाग में 24, पशुधन विभाग में 33, व्यवहारिक शिक्षा एवं कौशल विकास में 66 पद भरे जाने हैं।