लखनऊ । उत्तर प्रदेश में अब मंत्रियों के निजी सचिव, सहायक निजी सचिव, समीक्षा अधिकारी व सहायक समीक्षा अधिकारी के पद पर महिलाओं की तैनाती नहीं की जाएगी। उन्हें स्वेच्छा पर सिर्फ महिला मंत्रियों के साथ तैनाती दी जाएगी। मंत्रियों के स्टाफ की आनलाइन तैनाती में हुई इस गड़बड़ी को ठीक कर लिया गया है।
पहली बार सचिवालय प्रशासन ने तैनाती के लिए आनलाइन व्यवस्था अपनाई है। पिछले पांच वर्ष इन पदों पर तैनात किए गए अधिकारियों को भी दोबारा अवसर नहीं दिया गया है। मगर दोबारा चुनाव जीतकर फिर मंत्री बनने वालों में से ज्यादातर ने अपने पुराने स्टाफ को ही तैनात करने की मांग की है।
प्रमुख सचिव, सचिवालय प्रशासन अमृत अभिजात के मुताबिक इस बार तैनाती की व्यवस्था को फूलप्रूफ बनाने के लिए आनलाइन प्रणाली अपनाई गई। करीब ढाई हजार अधिकारियों के पूल से आनलाइन आवंटन किए जाने से कौन किस मंत्री के स्टाफ में तैनात होगा यह किसी को जानकारी नहीं थी। कोई जोर-जुगाड़ नहीं चल सका।
पिछले पांच साल इन पदों पर तैनात रह चुके अधिकारियों को भी इस प्रक्रिया में शामिल नहीं किया गया। ताकि नए को मौका मिले। अब तक तैनात रहे 208 अधिकारियों को छोड़कर बाकी लोगों की सूची में से मंत्रियों को स्टाफ आनलाइन आवंटित किया गया।
इसमें कुछ पुरुष मंत्रियों के साथ महिलाओं को भी तैनाती दे दी गई, क्योंकि उनकी संख्या अधिक थी। फिलहाल अब इसे ठीक कर लिया गया है। क्योंकि मंत्री के दूर-दराज भ्रमण पर जाने पर इन्हें कठिनाई होती।