संस्थान में चल रहे एमटेक प्रोग्राम में नई शिक्षा लागू करने की कवायद शुरू कर दी गई है। इसके लिए कमेटी गठित कर दी गई है।
प्रो. विजयश्री तिवारी, रजिस्ट्रार, ट्रिपलआईटी
कमेटी में शामिल शिक्षाविद
संस्थान की ओर से गठित कमेटी में 11 शिक्षाविद् शामिल हैं। इनमें भारतीय विज्ञान संस्थान बंग्लौर (आईआईएससी) के प्रो. एजी रामाकृष्णन, आईआईटी मुम्बई प्रो. गनेश रामाकृष्णन, रिलायंस मुम्बई सीनियर वाइस प्रेसिडेंट शांतनु गुप्ता, ट्रिपलआईटी इलाहाबाद के प्रो. यूएस तिवारी, प्रो. शेखर वर्मा, प्रो. नीतेश पुरोहित, प्रो. मनीष गोस्वामी, प्रो. पवन चक्रवर्ती, प्रो. प्रीतिश भारद्वाज, ज्वाइंट रजिस्ट्रार डॉ. आशीष कुमार, रजिस्ट्रार प्रो. विजयश्री तिवारी आदि शामिल हैं।
● अनिकेत यादव
प्रयागराज। ट्रिपलआईटी में संचालित होने वाले एमटेक पाठ्यक्रमों को नई शिक्षा नीति के सांचे में ढालने की कवायद तेज हो गई है। इसके लिए संस्थान ने 11 सदस्यीय उच्च स्तरीय सब कमेटी गठित कर दी है। कमेटी की बैठक आगामी 21 मार्च को प्रस्तावित है। इस कमेटी में एक बड़ी कंपनी के उपाध्यक्ष समेत अन्य तकनीकी शिक्षण संस्थानों के जाने-माने शिक्षाविद् शामिल हैं।
कमेटी की संस्तुति रिपोर्ट को इसी महीने सीनेट की बैठक में रखा जाएगा। सीनेट से मंजूरी के बाद इसे बीओजी के पास भेजा जाएगा। वहां से मंजूरी मिलने के बाद जुलाई 2022 से होने वाले प्रवेश में नई व्यवस्था को लागू कर दिया जाएगा।
विदित हो कि संस्थान में एमटेक कुल दस ब्रांचों में पढ़ाई हो रही है। इसमें इंफार्मेशन टेक्नोलॉजी (आईटी) के सात, इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्युनिकेशन (ईसी) दो, अप्लाइड साइंस के एक ब्रांच में एमटेक पाठ्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं।