बदायूं। इस्लामनगर के आर्य कन्या इंटर कॉलेज में सोमवार दोपहर उस वक्त खासा हंगामा हो गया जब बाबू पर उत्पीड़न का आरोप लगाकर शिक्षिका ने आत्मदाह की चेतावनी दे डाली। बाद में शिक्षिका के पति की ओर से इसे लेकर ट्वीट किया गया। इस मामले में प्रबंधन शिक्षिका पर ही आरोप लगा रहा है जबकि डीआईओएस ने जांच कराने की बात कही है।
शिक्षिका श्रुति कीर्ति मूल रूप से कानपुर की निवासी हैं। वह साल भर पहले आयोग से चयनित होकर आर्य कन्या इंटर कॉलेज इस्लामनगर में शिक्षिका के पद पर तैनात हुई हैं। बताते हैं कि तैनाती के वक्त भी उन्होंने अतिरिक्त धनराशि मांगने के आरोप एक बाबू व प्रबंधन के कुछ लोगों पर लगाए थे जिनकी जांच कराई गई थी। नया मामला एरियर देने में देर को लेकर है। सोमवार को श्रुति ने कॉलेज के कार्यालय में बाबू पर फिर एरियर के नाम पर वसूली की कोशिश का आरोप लगाया। कहा कि वह काफी परेशान हो चुकी हैं। आत्मदाह कर लेंगी। कॉलेज की शिक्षिकाएं उन्हें वहां से ले गईं। इसके बाद श्रुति के पति की ओर से ट्वीट कर पत्नी के आरोप संबंधी वीडियो शेयर किया गया। वीडियो में श्रुति का चेहरा नहीं दिख रहा पर वह जोरदार आवाज में आरोप लगा रही हैं। हमने बात की तो श्रुति ने बताया कि तैनाती के वक्त से ही उन्हें किसी न किसी तरह परेशान किया जा रहा है। प्रबंधन के इशारे पर यह हो रहा है। सबसे ज्यादा दिक्कत बाबू कर रहे हैं।
इधर, कॉलज के प्रबंधक संजीव गुप्ता का कहना है कि श्रुति कीर्ति अपनी मर्जी से काम करना चाहती हैं। अवकाश मनमर्जी से लेती हैं तो कभी कोई आरोप लगा देती हैं। उनके अलावा चार और शिक्षकों का एरियर दिलाया जाना है पर वह अकेले अपनी पत्रावली ही पास करने को कह रही थीं। बाबू के स्तर पर कमी नहीं है।
इस्लामनगर थाना प्रभारी को सौंपी जांच
आत्मदाह की चेतावनी संबंधी ट्वीट के बाद बदायूं पुलिस सोशल मीडिया सेल की ओर से इस्लामनगर थाना प्रभारी को जांच सौंपी है। उन्हें तत्काल जांच कर कार्रवाई के लिए निर्देश दिया गया है।
इन शिक्षिका के मामले में पहले भी आरोपों की जांच हो चुकी है जो साबित नहीं हो सके थे। सोमवार के घटनाक्रम को लेकर भी जांच करा ली जाएगी।
- डॉ. प्रवेश कुमार, डीआईओएस
बेसिक शिक्षा विभाग: आदेश आने पर वेतन बहाली की कार्रवाई बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) द्वारा की जाएगी
आगरा से बीएड की पढ़ाई करके बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षक बनने वाले जिले के करीब 73 शिक्षक-शिक्षिका एसआईटी जांच में फंस गए थे। इनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की गई। इनमें काफी शिक्षक Teacher फर्जी अंकतालिका वाले थे। इनमें से 43 शिक्षक न्यायालय चले गए। कोर्ट के आदेश पर फरवरी में इन सभी को ज्वाइन कराकर वेतन मिलने की शुरुआत जुलाई से हो गई, जबकि 24 शिक्षक संदिग्ध अंकतालिका वाले थे। इन सभी का वेतन अगस्त 2021 से रुका हुआ है
न्यायालय ने वेतन बहाल किए जाने का आदेश दिया है। अब बीएसए BSA ने सचिव बेसिक शिक्षा को पत्र लिखकर वेतन बहाल किए जाने का आदेश मांगा है। बीएसए BSA शाहीन ने बताया कि संदिग्ध अंकतालिका वाले शिक्षकों को वेतन दिए जाने का आदेश न्यायालय से मिला है। इस संबंध में सचिव बेसिक शिक्षा परिषद को पत्र लिखकर दिशा-निर्देश मांगे गए हैं। वहां से पत्र आते ही इन शिक्षकों क वेतना मिलना शुरू हो जाएगा।