पीसीएस-2021 की मुख्य परीक्षा रविवार को पूरी हो गई। आखिरी दिन रविवार को वैकल्पिक विषयों की परीक्षा थी। प्रयागराज, गाजियाबाद और लखनऊ के 17 केंद्रों में हुई मुख्य परीक्षा में 90 फीसदी अभ्यर्थियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। अंतिम चयन परिणाम चार माह के भीतर जारी होने की उम्मीद है।
पीसीएस के 678 पदों पर भर्ती होनी है और इस बार मुख्य परीक्षा में पदों की संख्या के मुकाबले तीन गुना अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए सफल घोषित किया जाएगा। वहीं, प्रारंभिक परीक्षा में पदों की संख्या के मुकाबले 15 गुना अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा के लिए सफल घोषित किया गया था। पीसीएस-2019 और पीसीएस-2020 की प्रारंभिक परीक्षा में पदों की संख्या के मुकाबले 13 गुना और मुख्य परीक्षा में दो गुना अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया था।
मूल्यांकन में दो से ढाई माह का लगेगा वक्त
अभ्यर्थियों की मांग पर आयोग ने प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा में सफलता के मानक में बदलाव किया था, जिससे पिछली दो परीक्षाओं के मुकाबले पीसीएस-2021 में मुख्य परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों की संख्या बढ़ गई है। ऐसे में कॉपियों की संख्या भी बढ़ गई है, सो मूल्यांकन में दो से ढाई माह का वक्त लगेगा। इसके बाद मुख्य परीक्षा का रिजल्ट जारी किया जाएगा।
आयोग के सूत्रों का कहना है कि पिछली दो परीक्षाओं के मुकाबले इस बार इंटरव्यू के लिए भी अधिक संख्या में अभ्यर्थी बुलाए जाएंगे। ऐसे में इंटरव्यू को पूरा होने में भी अपेक्षाकृत अधिक समय लगेगा। इस हिसाब से आयोग को अंतिम चयन परिणाम जारी करने में चार माह का वक्त लग सकता है। यानी परिणाम जुलाई में जारी किया जा सकता है। इसके साथ ही परीक्षकों की उपलब्धता भी तय करेगी कि कॉपियों के मूल्यांकन में कितना वक्त लगता है।
प्रयागराज में रही सर्वाधिक उपस्थिति
पीसीएस-2021 की मुख्य परीक्षा के लिए कुल 6487 अभ्यर्थी पंजीकृत थे, जिनमें से पहली पाली में 5849 परीक्षार्थी (90.16 फीसदी) और दूसरी पाली में 5836 परीक्षार्थी (89.96 फीसदी) शामिल हुए। प्रयागराज सर्वाधिक उपस्थित रही। यहां छह केंद्रों में पंजीकृत 2254 अभ्यर्थियों में से पहली पाली में 2071 परीक्षार्थी (91.88 फीसदी) एवं दूसरी पाली में 2065 परीक्षार्थी (91.06 फीसदी) उपस्थित रहे।
गाजियाबाद के पांच केंद्रों में 1952 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। पहली पाली में 1750 परीक्षार्थी (89.65 फीसदी) और दूसरी पाली में 1747 परीक्षार्थी (89.49 फीसदी) शामिल हुए। वहीं, लखनऊ के छह केंद्रों में पंजीकृत 2281 अभ्यर्थियों में से पहली पाली में 2028 (88.91 फीसदी) एवं दूसरी पाली में 2024 (88.73 फीसदी) परीक्षार्थियों ने अपनी उपस्थित दर्ज कराई।