झांसी। बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में बेहतर पठन-पाठन के लिए विषय विशेषज्ञ शिक्षक एआरपी के रूप में कार्यरत हैं। निदेशालय के निर्देश पर अब इनके कामों का मूल्यांकन होगा। रिपोर्ट बेहतर होने पर ही इनका एआरपी के लिए नवीनीकरण होगा।
जनपद में 39 शिक्षक शिक्षिकाएं बतौर अकादमिक रिसॉस पर्सन (एआरपी) कार्यरत हैं। इनके मुख्य कार्यों में प्रतिमाह कम से कम 30 विद्यालयों का प्रेरणा एप के माध्यम से ऑनलाइन सुपरविजन एक विद्यालय को गोद लेने एवं उसे मॉडल विद्यालय के रूप में विकसित करने, ई पाठशाला का क्रियान्वयन कक्षाओं में बच्चों को पढ़ाने सहित
कई अन्य कार्य हैं। विभागीय जानकारी के अनुसार अब इन सभी एआरपी के कार्यों की समीक्षा होगी। इससे पता चल सकेगा कि विद्यार्थियों की शैक्षिक प्रगति में इनका क्या योगदान रहा है।
बताया जाता है कि कई एआरपी अपने कार्य को ठीक से अंजाम नहीं दे रहे हैं। इसे लेकर निदेशालय ने पूरे प्रदेश में नवीनीकरण के लिए यह नई व्यवस्था बनाई है।
इस संबंध में बीएसए वेदराम ने बताया कि एआरपी के कार्यों का मूल्यांकन होगा। खंड शिक्षाधिकारी रिपोर्ट बनाएंगे। इसके आधार पर ही इनका नवीनीकरण होगा। इसे लेकर एआरपी तैयार हैं।