वाराणसी : कोरोना काल में समय से फीस नहीं मिलने और छात्रों की संख्या घटने से जिले के सात निजी स्कू लों में ताले लग चुके हैं। प्रबंधकों ने शिक्षा विभाग को स्कूल बंद करने की सूचना दे दी है। वहीं, इन स्कूलाें में शिक्षा का अधिकार कानून (आरटीई) के तहत पढ़ने वाले 265 बच्चों का भविष्य अधर में है। निशुल्क शिक्षा पाने वाले छात्रों के अभिभावक बेसिक शिक्षा विभाग के चक्कर लगा रहे हैं। स्कूल बंद होने से अभिभावकों को बच्चों के भविष्य की चिंता सता रही है।
विभाग ने राज्य परियोजना निदेशक को पत्र भेजकर विद्यालय बंद होने की स्थिति में बच्चों के स्थानांतरण के लिए दिशानिर्देश मांगे हैं। आरटीई के जिला समन्वयक विमल केशरी ने बताया कि बच्चों को स्थानांतरित करने को लेकर कोई शासनादेश नहीं है। पत्र भेजकर दिशानिर्देश मांगे गए हैं।
लटकी वित्तीय सहायता
इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को दो साल से वित्तीय सहायता नहीं मिल सकी है। कई अभिभावकों ने अपने पैसे से बच्चों की स्कूल ड्रेस और पुस्तकें खरीद ली थी। अब उन्हें राशि को लेकर शासन से मदद की कोई उम्मीद नहीं दिखाई दे रही है।
विद्यालय का नाम वार्ड बच्चों की संख्या
के रामानुजन पब्लिक स्कूल दशाश्वमेध 10
हैप्पी मॉडल स्कूल पीलीकोठी कटेहर 45
हैप्पी मॉडल स्कूल अन्नपूर्णा नगर लहरतारा 125
एसए कॉन्वेंट स्कूल केराकतपुर केराकतपुर 15
ड्रीम इंडिया स्कूल कोनिया कोनिया 05
डॉ. प्रसाद मेमोरियल स्कूल खनाव 03
डीपीएम सिटी कॉन्वेंट स्कूल महमूरगंज 63